Noida Ghaziabad Roads: उत्तर प्रदेश में चुनाव के करीब आते ही राजनीति तेज हो गई है. बीते दिन यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से तंज करते हुए लिखा कि यूपी में सड़कों की हालत इतनी ज्यादा खराब हो गई है कि लोग समझ नहीं पा रहे हैं कि सड़कों में गड्ढा है या गड्ढे में सड़क है.


दरअसल, सड़कों को लेकर राजनीति नई नहीं है. यूपी में 14 साल के वनवास के बाद जब सत्ता में बीजेपी सरकार की वापसी हुई तो सीएम का पद संभालते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दो महीने में सड़कों को गड्ढ़ामुक्त करने का दावा किया था, लेकिन सभी दावे कागज में सिमट कर रह गए हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि जमीनी तस्वीर कुछ ऐसी ही नजर आई. एनसीआर में आने वाला पॉश इंदिरापुरम इलाके की सड़क पिछले करीब 2 साल से टूटी पड़ी है.


ये सड़क मोहन नगर सड़क को NH 24 से जोड़ती है लेकिन सड़क का करीब डेढ़ से दो किलोमीटर के हिस्से पर मोटे-गहरे गड्ढे खतरों और दुर्घटनाओं को आमंत्रित कर रहे हैं. पास में दिल्ली पब्लिक स्कूल (DPS ) है. स्कूली बच्चे भी इस सड़क से साइकिल पर गुजरते दिख जाते हैं. कभी गिर जाते हैं तो कभी साइकिल खराब हो जाती है.


बता दें कि इस सड़क को ठीक करने का काम या नई सड़क बनवाने का काम करीब डेढ़ से दो साल पहले दिया गया था लेकिन इतने समय बाद भी काम पूरा तो नही हो पाया बल्कि दुर्गति ज्यादा हो गई है. सीआइएसएफ की ये रोड क्षतिग्रस्त होने के कारण रोजाना वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. लोग शिकायत जीडीए (गाजियाबाद डेवलपमेंट अथॉरिटी) के अधिकारियों से करते है लेकिन अब तक रोड बनाने का कार्य शुरू नहीं करवाया गया है.


नोएडा में टूटी सड़कें


प्रदेश के सबसे हाईटेक शहर कहे जाने वाले नोएडा की नोएडा एलिवेटेड रोड सेक्टर 62 से सेक्टर 18 को जोड़ती है. जगह-जगह से ये सड़क उधड़ी हुई नजर आती है. केवल 15 मिनिट की बारिश के बाद टूटी और उखड़ी हुई सड़क किसी भी खतरे को न्योता देती है. लाजमी है कि लोगों को ज्यादा वक्त, ज्यादा ईंधन, गाड़ियों के क्षतिग्रस्त होने और चोटिल होने का डर इस हाईवे पर चलते हुए सताता होगा.


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