नई दिल्ली: बीजेपी द्वारा रॉबर्ट वाड्रा के जरिए राहुल गांधी पर हमला किए जाने के बाद कांग्रेस ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि नीरव मोदी, ललित मोदी, विजय माल्या और मेहुल चोकसी के मामलों से ध्यान भटकाने के लिए मोदी सरकार वाड्रा पर आरोप लगा रही है. पार्टी ने यह भी दावा किया कि नरेंद्र मोदी सरकार ने आयकर विभाग पर दबाव बनाया जिसका नतीजा है कि वाड्रा को आयकर विभाग की ओर से नोटिस जारी किया गया है.
कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, ‘‘ये आरोप ‘4एम’ को लेकर उठ रहे सवाल से बचने के लिए लगाए जा रहे हैं. ये ‘4एम’हैं- नीरव मोदी, ललित मोदी, माल्या और प्रधानमंत्री के मेहुल भाई.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ स्काई लाइट हॉस्पिटलिटी प्राइवेट लिमिटेड (वाड्रा की कंपनी) ने 28 जनवरी, 2008 को 3.53 एकड़ जमीन खरीदी थी. 18 सितंबर 2012 में स्काई लाइट ने यह जमीन 58 करोड़ में बेच दी और उसी साल कंपनी ने 8.52 करोड़ रुपये का पूंजीगत लाभ घोषित करते हुए टैक्स रिर्टन फाइल किया. आयकर विभाग ने आयकर रिटर्न को स्वीकार किया.’’
प्रियंका ने आरोप लगाया, ‘‘बीजेपी ने आयकर अधिकारियों पर दबाव बनाकर आयकर विभाग से आयकर रिटर्न के मामले को पूर्व प्रभाव खोलने के लिए दबाव बनाया. अब आयकर विभाग कह रहा है कि जमीन की बिक्री को ‘कारोबारी आय’ के तौर पर माना जाएगा.’’उन्होंने दावा किया कि यह सरकार एजेंसियों का दुरुपयोग करती है और इस मामले में भी यही किया है.
बता दें कि इस मामले को लेकर बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने सवाल किया था कि राहुल गांधी इस मामले पर चुप क्यों हैं. रॉबर्ट वड्रा कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी के दामाद हैं.