नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बहनोई रॉबर्ट वाड्रा से गुरुवार को 9 घंटे तक लगातार दूसरे दिन पूछताछ की. वाड्रा पर आरोप है कि उन्होंने विदेश में अवैध रूप से संपत्ति खरीदने में मनी लॉन्ड्रिंग किया. ईडी ने वाड्रा से बुधवार को छह घंटे पूछताछ की थी. अब उन्हें शनिवार को भी पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है.


ईडी ने एक अन्य मामले में गुरुवार को पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम से करीब छह घंटे तक पूछताछ की. ईडी का आरोप है कि कार्ति ने मॉरिशस से निवेश हासिल करने के लिए विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) की शर्तों का उल्लंघन करने संबंधी मामले की जांच को प्रभावित करने के लिए आईएनएक्स मीडिया से धन लिया था. ईडी ने मामले की जांच के लिए मई 2017 में मामला दर्ज किया था. इसी मामले में आज पी चिदंबरम से पूछताछ हो सकती है.



कांग्रेस नेताओं से पूछताछ को पार्टी ने राजनीतिक बदले की कार्रवाई बताया है. कल कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, सीबीआई, प्रवर्तन निदेशालय जैसी संस्थाओं का दुरूपयोग किया जा रहा है. झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं.


पूछताछ के बाद ED ऑफिस पहुंची प्रियंका
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी पति रॉबर्ट वाड्रा को ले जाने के लिए करीब साढ़े नौ बजे रात में काले रंग की एसवीयू कार से मध्य दिल्ली के जामनगर हाउस ईडी कार्यालय आईं. जब उनकी कार ईडी कार्यालय में दाखिल हुई तब वह एसपीजी सुरक्षा में थी. प्रियंका ने बुधवार को पति को पूछताछ के लिए ईडी कार्यालय पहुंचाया था.


आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि वाड्रा को बृहस्पतिवार को जांच में फिर से इसलिए शामिल होना पड़ा क्योंकि उनसे ब्रिटेन में कथित रूप से अचल संपत्तियां खरीदने के संबंध में और सवाल पूछे जाने थे. माना जाता है कि वाड्रा का ‘सामना’ उन दस्तावेजों से कराया किया जो एजेंसी ने मामले की जांच के दौरान हासिल या जब्त किये हैं. उनमें फरार रक्षा डीलर संजय भंडारी से जुड़े दस्तावेज भी हैं.


आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि वाड्रा ने इस मामले के जांच अधिकारी के साथ दस्तावेज साझा किये तथा कहा कि जब उन्हें और दस्तावेज प्राप्त होंगे तो उन्हें भी साझा किया जाएगा. वाड्रा से बुधवार को इस मामले में पहली बार साढे पांच घंटे पूछताछ हुई थी. वाड्रा की ओर से मौजूद वकील ने बुधवार की रात कहा कि वाड्रा ने उनसे पूछे गये हर सवाल का जवाब दिया.


वाड्रा गुरुवार सुबह करीब 11 बजकर 25 मिनट पर एसयूवी कार से मध्य दिल्ली के जामनगर हाउस स्थित ईडी कार्यालय पहुंचे. इससे एक घंटे पहले उनके वकीलों की टीम वहां पहुंच चुकी थी. दो घंटे की पूछताछ के बाद वह दोपहर के भोजन के लिए निकले और करीब एक घंटे बाद पूछताछ के लिए फिर पहुंचे.


क्या है मामला?


यह मामला लंदन में 12 ब्रायनस्टन स्क्वायर पर 19 लाख पाउंड की संपत्ति की खरीद में कथित रूप से धनशोधन के आरोप से संबंधित है. यह संपत्ति कथित तौर पर रॉबर्ट वाड्रा की है. इस जांच एजेंसी ने अदालत से यह भी कहा था कि उसे लंदन की कई नयी संपत्तियों के बारे में सूचना मिली है जो वाड्रा की है. उनमें पचास और चालीस लाख पाउंड के दो घर तथा छह अन्य फ्लैट एवं अन्य संपत्तियां हैं.


अगले सप्ताह यूपी जाएंगे राहुल और प्रियंका, पार्टी नेताओं-कार्यकर्ताओं से करेंगे मुलाकात


वाड्रा ने अवैध विदेशी संपत्ति से जुड़े आरोपों से इनकार किया है और आरोप लगाया कि राजनीतिक हित साधने के लिये उन्हें ‘परेशान’ किया जा रहा है. वाड्रा के वकील के टी एस तुलसी ने बृहस्पतिवार को ईडी कार्यालय के बाहर कहा कि उनके मुवक्किल ने कोई गड़बड़ी नहीं की है.


इस मामले के जांच अधिकारी समेत तीन ईडी अधिकारियों की एक टीम ने इन दो दिनों के दौरान वाड्रा से करीब दो दर्जन सवाल किये. सूत्रों ने बताया कि उनका बयान धनशोधन रोकथाम अधिनियम की धारा 50 (तलब, दस्तावेजजों की पेशी और गवाही से संबंधित प्राधिकारों के अधिकार) के तहत दर्ज किया गया जैसा कि बुधवार को किया गया था.


ईडी के सामने वाड्रा की पेशी ने राजनीतिक रंग अख्तियार कर लिया हैं. कांग्रेस की महासचिव और पूर्वी उत्तरप्रदेश की प्रभारी नियुक्त की गयी उनकी पत्नी बुधवार को उनके साथ ईडी कार्यालय तक गयी गयी थीं. उसके बाद उन्होंने कांग्रेस मुख्यालय में अपना नया पद ग्रहण किया.


प्रियंका ने बुधवार को कहा था, “वह मेरे पति हैं, वह मेरा परिवार हैं... मैं अपने परिवार के साथ खड़ी हूं.” यह पहला मौका है जब वाड्रा संदिग्ध वित्तीय लेन-देन के आपराधिक आरोपों के सिलसिले में किसी जांच एजेंसी के समक्ष पेश हुए हैं.


राहुल गांधी ने सभी महासचिवों और राज्य प्रभारियों की बुलाई बैठक, प्रियंका भी पहुंची


दिल्ली की एक अदालत ने दो फरवरी को वाड्रा को ईडी के सामने पेश होने और उसके साथ सहयोग करने को कहा था. वाड्रा ने इस धनशोधन मामले में अग्रिम जमानत के लिये अदालत का दरवाजा खटखटाया था.


ईडी ने पिछले साल दिसंबर में इस मामले में छापा भी मारा था और वाड्रा से जुड़ी कंपनी स्काईलाईट हॉस्पिटैलिटी एलएलपी के कर्मचारी मनोज अरोड़ा और अन्य से पूछताछ की थी. जांच एजेंसी ने अदालत से कहा था कि उसने अरोड़ा के खिलाफ पीएमएलए मामला दर्ज किया क्योंकि भंडारी के खिलाफ 2015 के कालाधन कानून के तहत आयकर विभाग द्वारा एक अन्य मामले की जांच के दौरान उसकी भूमिका सामने आयी .


एजेंसी ने आरोप लगाया था कि लंदन की संपत्ति भंडारी ने 19 लाख पाउंड में खरीदी थी और उसके सौंदर्यीकरण पर करीब 65,900 पाउंड का खर्च आने के बावजूद उसे 2010 में उसी कीमत पर बेच दिया. वाड्रा से पूछताछ के मुद्दे पर भाजपा ने कांग्रेस पर हमला किया और आरोप लगाया कि उन्हें संप्रग शासन के दौरान पेट्रोलियम और रक्षा सौदों में रिश्वत मिली.


संभावना है कि वाड्रा बीकानेर में जमीन घोटाले से जुड़े धन शोधन के एक अन्य मामले में जयपुर में 12 फरवरी को ईडी के सामने पेश होंगे. राजस्थान उच्च न्यायालय ने उन्हें इस मामले में जांच ऐजंसी से सहयोग करने का निर्देश दिया है.