कोरोना महामारी के बीच यूपी-पंजाब और गुजरात में उम्मीदवारों के लिए रोबोट करेगा चुनाव प्रचार
अगले साल उत्तर प्रदेश, गुजरात, गोवा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, मणिपुर और उत्तराखंड जैसे राज्यों में होने जा रहे विधानसभा चुनावों के दौरान आपको रोबोट चुनाव प्रचार करते हुए दिखेंगे.
ऐसे वक्त में जब कोरोना के चलते लगातार सोशल डिस्टेंसिंग बरतने और मास्क लगाने की सलाह दी जा रही है, ऐसे में यह अंदाजा लगा सकते हैं कि उम्मीदवारों के लिए चुनाव प्रचार करना कितना मुश्किल हो गया है. लेकिन उनकी ये मुश्किलें अब दूर होने जा रही है. अगले साल उत्तर प्रदेश, गुजरात, गोवा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, मणिपुर और उत्तराखंड जैसे राज्यों में होने जा रहे विधानसभा चुनावों के दौरान आपको रोबोट चुनाव प्रचार करते हुए दिखेंगे.
चुनाव आयोग अगले साल विधानसभा चुनाव कराने को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त हैं. इसके साथ ही बिहार, बंगाल और अन्य चार राज्यों में कोरोना महामारी के दौरान कराए गए विधानसभा चुनाव का उसे तजुर्बा भी है. चुनाव के दौरान बड़े पैमाने पर लोगों के बीच जाकर उन्हें सीधा संबोधित करना और उनसे संवाद करने जैसी मांग रहती है. हालांकि, महामारी के चलते नेता अपने पार्टी कार्यकर्ताओं तक से नहीं मिल पा रहे हैं.
पश्चिम बंगाल चुनाव से सीख लेते हुए कि उत्साहित भीड़ के आगे कोविड के नियमों, जैसे- सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क और सैनिटाइजेशन धरे के धरे रह गए. ऐसे में इन सभी बातों को दिमाग में रखते हुए वनस्टैंड इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने ‘दूत’ (मानव रोबोट) तैयार किया है. जो उत्कृष्ट आवाज पहचान, चेहरे की पहचान और इशारों के साथ एक इंसान की छाप को कम्युनिकेट कर सकता है. भारतीय नवाचार और विनिर्माण कौशल को पहचानने के अलावा चुनाव प्रचार करने वाले ये रोबोट उम्मीदवारों के समय की भी बचत करेंगे क्योंकि एक समय में कई ह्यूमनॉइड एक साथ कई जगहों पर जाकर प्रचार कर सकते हैं.
इस ह्यूमनॉइड रोबोट में 10 जोड़ हैं, जिससे ये आसानी से लोगों से हाथ मिला सकता है या फिर लोगों की ओर अपना हाथ दिखा सकता है. इसके साथ ही, यह इंसान की तरह अपने गर्दन को हिलाने में भी सक्षम होगा. यह 90 डिग्री के साथ आगे और पीछे झुकने में भी सक्षम होगा. इन क्षमताओं के साथ यह भारत में एकमात्र ऐसा आदमकद ह्यूमनॉइड रोबोट बन रहा है.
ऊंचाई से लोगों का अभिवादन करने की रोबोट की क्षमता है. इसके साथ ही, यह कम ऊंचाई से वस्तुओं को चुनने/स्थान पर रखने में सक्षम है. इसके अलावा, ह्यूमनॉइड रोबोट एक बड़े पैमाने पर कस्टम-निर्मित 900 किलोग्राम प्रति सेंटीमीटर (टॉर्क) सर्वो मोटर से लैस है, जो पूरे ऊपरी शरीर को आसानी से झुकने और उठाने में सक्षम बनाता है. यह 140 डिग्री के साथ खुद को मोड़ भी सकता है.
रोबोट 1 किलो तक का वस्तुओं का भार भी उठा सकता है. रोबोट के सिर पर एचडी कैमरा लगा है, जिससे ऑपरेटर को होगी कि वे दर्शकों को देख सकते हैं उन्हें रिकॉर्ड भी कर सकते हैं. रोबोट चौथी जेनरेशन के सर्वो मोटर्स से लैस है जो पूरी तरह स्वदेशी है. इस मोटर से किसी तरह की आवाज नहीं आती है और भारत के तापमान के अनुकूल लंबे समय तक बिना ब्रेक डाउन के काम करने में सक्षम है. ह्यूमनॉइड औद्योगिक-ग्रेड घटकों के साथ एक एल्यूमीनियम फ्रेम पर बनाए गए हैं.
कंपनी ने इससे पहले बिहार में नगर निगमों के लिए भाड़े पर ड्रोन मुहैया कराया था ताकि कोरोना की पहली लहर के दौरान सैनिटाइजेशन हो पाए. कंपनी की कोर टीम नई टेक्नोलॉजी को यंग इनोवेटर्स के साथ लाने में लगे हुए हैं. हम्यूमेनॉयड के इनोवेटर मुंबई के संतोष हौलावले के साथ वनस्टैंड इंडिया प्राइवेट लिमिटेड तैयार कर रही है. संतोष ने इससे पहले कोविड-19 मरीजों के इलाज और हेल्थ वर्कर्स की मदद के लिए भी रोबोट्स बनाए थे.
ये भी पढ़ें: तीन मंत्रालयों ने पीएम मोदी के सामने दिया कामकाज का प्रजेंटेशन, पीएम मोदी बोले- पेंडिंग काम को जल्द पूरा करें