Roche और Cipla ने भारत में लॉन्च की कोरोना की दवा, गंभीर मरीजों के लिए पेश है एंटीबॉडी कॉकटेल इंजेक्शन
कोरोना के लिए एक और दवा. Casirivimab और Imdevimab नाम की एंटीबाडी दवा को कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए रिस्ट्रिक्टेड इमरजेंसी यूज किया जा सकता है. माइल्ड से मॉडरेट है और हाई रिस्क में है

नई दिल्ली: रोश इंडिया और सिप्ला लिमिटेड की एंटीबॉडी कॉकटेल (Casirivimab और Imdevimab) अब भारत में उपलब्ध है. सेंट्रल ड्रग एंड स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन ने हाल ही में भारत में एंटीबॉडी कॉकटेल (Casirivimab and Imdevimab) के लिए एक इमरजेंसी यूज ऑथराइजेशन (EUA) दिया है. इसे दवा को अमेरिका और कई यूरोपीय यूनियन देशों में भी मंजूरी मिली है.
ये दवा माइल्ड से मॉडरेट कोरोना संक्रमित मरीजों को दी जा सकती है. वयस्कों और 12 साल से ज्यादा उम्र के बच्चों को जो माइल्ड से मॉडरेट कोरोना के इलाज के लिए, जिन्हें गंभीर रोग विकसित होने का हाई रिस्क है और उन्हें ऑक्सीजन की आवश्यकता नहीं है. ऐसे मरीजों को एंटीबॉडी कॉकटेल (Casirivimab और Imdevimab) दिया जा सकता है. हाई रिस्क वाले मरीजों की स्थिति खराब होने से पहले ये देखा गया है कि उनका रिस्क कम हो जाता है. अस्पताल में भर्ती और मृत्यु दर 70% और लक्षणों की अवधि को चार दिनों तक कम हो जाता है.
इस दवा के लिए हाई रिस्क परिभाषित किया गया है
- आयु>=60 साल
- मोटापा
- हाई ब्लड प्रेशर सहित हृदय रोग
- अस्थमा सहित फेफड़ों की पुरानी बीमारी
- टाइप 1 या टाइप 2 डायबिटीज मेलिटस
- क्रोनिक किडनी रोग, जिसमें डायलिसिस शामिल हैं
- क्रोनिक लिवर की बीमारी
- इन्वेस्टिगेटर के असेसमेंट के आधार पर उन लोगों को दी जा सकती है जो इम्युनोसप्रेस है. जैसे कैंसर
उपचार, बोन मेरो ट्रांसप्लांट या कोई ट्रांसप्लांट, सिकल सेल एनीमिया, थैलेसीमिया, जैसी बीमार से ग्रसित लोगों.
एंटीबॉडी कॉकटेल के बारे में
- एंटीबॉडी कॉकटेल (Casirivimab और Imdevimab) एक डॉक्टर के मेडिकल प्रिस्क्रिप्शन देने पर ही मिल सकता है.
- Casirivimab और Imdevimab को अस्पताल में भर्ती मरीज को दी जा सकती है.
- दवा देने के दौरान मरीजों की मॉनिटरिंग की जानी चाहिए और इसके बाद कम से कम एक घंटे तक निगरानी की जानी चाहिए.
कुल मिलाकर 2 लाख मरीजों को संभावित रूप से लाभांवित कर सकते हैं क्योंकि भारत में उपलब्ध 1 लाख पैक में से प्रत्येक दो मरीज के लिए है. सिप्ला इसका देशभर में वितरण करेगी. इस दवा का दूसरा बैच जून के मध्य तक उपलब्ध कराया जाएगा. देशभर में सिप्ला के वितरण नेटवर्क के माध्यम से एंटीबॉडी कॉकटेल दवा (कैसिरिविमैब और इम्देवीमैब) उपलब्ध होगी. निजी और सार्वजनिक हेल्थकेयर दोनों सिप्ला डिस्ट्रीब्यूटर से संपर्क कर सकते है.
एक डोज कितनी है कीमत?
एंटीबॉडी कॉकटेल (Casirivimab और Imdevimab) के प्रत्येक पैक में Casirivimab की एक वायल और Imdevimab की एक वायल कुल 2400 mg एंटीबॉडी कॉकटेल है. जिसमें Casirivimab की एक वायल (1200 mg) और Imdevimab (1200 mg) की एक वायल होती है. एक पैक दो डोज दी जा सकती है या दो मरीजों को डोज दी जा सकती है. एक मरीज को एक खुराक में 1200 मिलीग्राम डोज जिसमें कैसिरिविमैब की 600 मिलीग्राम और इम्डेविमैब की 600 मिलीग्राम की एक संयुक्त डोज है. इन वैक्सीन को 2 से 8 डिग्री में रखा जा सकता हैं.
एक पेशेंट की डोज की कीमत (कैसिरिविमैब की 600 मिलीग्राम और इम्डेविमैब की 600 मिलीग्राम) सभी टैक्स को मिलाकर 59,750 रुपये होगी. मल्टी डोज पैक के लिए जिससे एक पैक से दो मरीजों को दी जा सकती है उसकी कीमत सभी टैक्स को मिलाकर 119,500 रुपये है.
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