Tripura CM Manik Saha: त्रिपुरा के जरिए रोहिंग्या मुसलमानों की एंट्री पर रोक लगाने के लिए मुख्यमंत्री माणिक साहा ने पुलिस को सख्त कदम उठाने का आदेश दिया है. उन्होंने कहा कि रोहिंग्या त्रिपुरा के जरिए प्रवेश करके दूसरे राज्यों में जा रहे हैं, जिसे रोकना बहुत जरूरी है. राज्य की कानून-व्यवस्था को लेकर हुई समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने पुलिस अधिकारियों से कहा कि कैसे भी करके इस पर रोक लगाएं.
सीएम साहा ने कहा कि इस मीटिंग का मकसद है कि राज्य को माफिया मुक्त बनाया जाए और उसके लिए क्या कदम उठाए जाने चाहिए उस पर चर्चा के लिए है. उन्होंने यह भी कहा कि अपराध के खिलाफ जीरो टोलरेंस नीति के अलावा राज्य के पुलिस स्टेशनों को भी एडवांस्ड टेक्नोलॉजी से लैस किया जाए.
सीएम साहा ने कहा, त्रिपुरा के जरिए देश के बाकी हिस्सों में फैल रहे रोहिंग्या
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि रोहिंग्या मुसलमान त्रिपुरा का एक कॉरिडोर के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं और इसके जरिए देश के बाकी हिस्सों में फैल रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकोटी जिले में उन्होंने देखा कि बांग्लादेश सीमा पर तारों की बाड़ बाढ़ के कारण नदी के पानी के बहाव से नष्ट हो गई है. इसके जरिए न सिर्फ गैरकानूनी अप्रवासन किया जा रहा है बल्कि जानवरों की तस्करी भी की जा रही है.
BSF और पुलिस के बीच संचार बढ़ाने पर दिया जोर
सीएम साहा ने कहा कि इन्हीं मुद्दों को लेकर मीटिंग में बातचीत की गई और इस बात पर जोर दिया गया कि बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (बीएसएफ) और पुलिस के बीच संचार बढ़ाए जाने की जरूरत है. इसके अलावा, ड्रग माफियाओं पर लगाम लगाने के लिए ड्रोन टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल पर भी सीएम साहा ने जोर दिया और कहा कि इस तरह भांग और गांजे की खेती करने वालों को ट्रेस करके उन पर रोक लगाई जा सकेगी.
ड्रग माफियाओं के खिलाफ जीरो टोलरेंस नीति
मुख्यमंत्री ने कहा, 'मैंने त्रिपुरा पुलिस के अधिकारियों के साथ मुलाकात की और उनसे सारा डाटा इकट्ठा किया. ऑफिसर-इन चार्ज से लेकर वरिष्ठ अधिकारियों तक हर कोई कानून व्यवस्था को लेकर बहुत सख्त है. ड्रग्स का धंधा करने वालों के खिलाफ राज्य में जीरो टोलरेंस नीति है. इसे लेकर हमने कुछ दिशा-निर्देश दिए हैं और सभी पुलिस स्टेशनों में टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल को बढ़ाने को लेकर भी चर्चा की गई.'