नई दिल्लीः रमजान के पवित्र महीने में रोजेदारों के बीच शरबत की मांग बेतहाशा बढ़ जाती है और आम तौर पर यूनानी पद्धिति से बने शरबत रुह अफ्जा की मांग अपने चरम पर होती है, लेकिन इस बार रुह अफ्जा की किल्लत से रोजेदारों में मायूसी है. सोशल मीडिया पर रुह अफ्जा की कमी चर्चा का विषय बना हुआ है, इस बीच इस चर्चा में पाकिस्तान भी शामिल हो गया है.
भारत में रुह अफ्जा की कमी दूर करने को लेकर पाकिस्तानी कंपनी हमदर्द ने आपूर्ति की पेशकश की है. कंपनी ने यह प्रस्ताव मीडिया रिपोर्ट के बाद की है. हमदर्द पाकिस्तान के मुख्य कार्यकारी उसामा कुरैशी ने ट्वीट कर रूह अफ्जा पेय की भारत को वाघा सीमा के जरिए भेजने का प्रस्ताव दिया.
उन्होंने एक ट्वीट में कहा, "हम इस रमजान के दौरान भारत में रूह अफ्जा और रूह अफ्जागो की आपूर्ति कर सकते हैं. यदि भारतीय सरकार द्वारा अनुमति दी जाती है तो हम वाघा सीमा से ट्रकों को आसानी से भेज सकते हैं."
दरअसल, सोशल मीडिया पर चर्चा है कि भारत में रूह अफ्जा की कमी की वजह हमदर्द लैबोरेट्रीज इंडिया में मालिकों के बीच आपसी झगड़े हैं और इसका असर इसके प्रोडक्शन पर भी पड़ रहा है. हालांकि, हमदर्द इंडिया इससे इनकार किया है.
हमदर्द लैबोरेट्रीज इंडिया के सेल्स मैनेजर मंसूर अली का कहना है कि रूह अफ्जा की कमी की वजह जड़ी बूटियों की कमी है. उनका कहना है कि हमदर्द अपनी क्वालिटी में किसी भी तरह का समझौता नहीं करता इसलिए ऐसे हालात पैदा हुए. उनका कहना है कि रूह अफ्जा बनाने के लिए दशकों से जो जड़ी बूटियां हम इस्तेमाल कर रहे हैं उसमें कमी के कारण हम दूसरी जड़ी बूटी इस्तेमाल नहीं कर सकते.
भारत में बीते करीब छह महीने से रुह अफ्जा की कमी देखी जा रही है, क्योंकि इसका प्रोडक्शन बंद है.
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