VIDEO: राज्यसभा सांसदों के विदाई समारोह में रूपा गांगुली ने गाया- आज जानें की जिद न करो, कुछ ने गया- कभी अलविदा नहीं कहना
राज्यसभा से रिटायर हो रहे 19 राज्यों के विभिन्न दलों के 72 सदस्यों को गुरुवार को विदाई दी गई. इनमें से कुछ अप्रैल में रिटायर हो रहे हैं जबकि कुछ जून और जुलाई में रिटायर होंगे.
राज्यसभा से रिटायर हो रहे 19 राज्यों के विभिन्न दलों के 72 सदस्यों को गुरुवार को विदाई दी गई. सभापति एम. वेंकैया नायडू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस मौके उपस्थित थे. इस अवसर पर कुछ सांसदों ने गाना गाकर सदस्यों को विदाई दी. बीजेपी सांसद रूपा गांगुली ने इस मौके पर ‘आज जाने की जिद न करो’ गाकर सुनाया. वहीं कई सांसदों ने मिलकर 1976 में रिलीज हुई फिल्म चलते-चलते का मशहूर गाना कभी ‘अलविदा न कहना’ गया. इस गीत को गाने वालों में भी रूपा गांगुली शामिल थीं.
अप्रैल में रिटायर हो रहे सदस्यों में सदन में कांग्रेस के उपनेता आनंद शर्मा, ए. के. एंटनी, बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी, एम. सी. मैरी कॉम और स्वप्न दासगुप्ता शामिल हैं.
#WATCH BJP MP Roopa Ganguly sings a song at the farewell ceremony of the 72 outgoing Rajya Sabha members, in Delhi as she retires from the membership of Rajya Sabha. pic.twitter.com/eexjZ4xl9B
— ANI (@ANI) March 31, 2022
जून में इनका कार्यकाल होगा खत्म
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, सुरेश प्रभु, एम. जे अकबर, जयराम रमेश, विवेक तन्खा, वी. विजयसाई रेड्डी का कार्यकाल जून में समाप्त होगा.
#WATCH Outgoing Rajya Sabha MPs sing together as they retire from their membership in the House
— ANI (@ANI) March 31, 2022
72 MPs retired from Rajya Sabha today. pic.twitter.com/JRR8AQbUZe
जुलाई में ये सांसद होंगे रिटायर
जुलाई में रिटायर होने वाले सदस्यों में पीयूष गोयल, मुख्तार अब्बास नकवी, पी. चिदंबरम, अंबिका सोनी, कपिल सिब्बल, सतीश चंद्र मिश्रा, संजय राउत, प्रफुल्ल पटेल और के. जे. अल्फोंस शामिल हैं.
कुछ केंद्रीय मंत्रियों और बीजेपी नेताओं को फिर से नामित किया जाएगा वहीं कांग्रेस के कुछ सदस्यों को पुन: नामित किए जाने पर स्थिति स्पष्ट नहीं है. इनमें से कई सदस्य जी-23 में शामिल हैं जो पार्टी नेतृत्व की आलोचना करते रहे हैं.
गोयल बोले- रिटायर होने वाले सांसद बदल सकतें हैं अपनी पिच
रिटायर हो रहे सदस्यों के विदाई भाषण में गोयल ने कहा कि सदस्यों के कार्यकाल का समाप्त होना राजनीतिक पारी का एक पड़ाव भर है. उन्होंने इन सांसदों को सलाह भी दी कि कि वे चाहें तो अपनी पिच बदल सकते हैं.
गोयल ने कहा, ‘‘टेस्ट मैच लंबा है, हम सब खेलते रहेंगे. कोई उसी पिच पर खेलता है तो कुछ को मौका मिलता है पिच बदलने का. कई लोगों को अभी भी आमंत्रण है पिच बदलने का. पिच बदलना चाहें तो नए अवसर उपलब्ध हैं. मिल-जुल कर हम सब काम करें.’’
गोयल की यह सलाह ऐसे समय में काफी महत्वपूर्ण हो सकती है जबकि जी-23 समूह के कई कांग्रेसी नेताओं के उच्च सदन में फिलहाल वापसी के आसार स्पष्ट नहीं है.
नायडू ने आनंद शर्मा की विशेष तौर तारीफ की
राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने अपने संबोधन में यूं तो सभी विपक्षी नेताओं के कार्यकाल की सराहना की लेकिन उन्होंने गृह मंत्रालय संबंधी संसद की स्थायी समिति के अध्यक्ष के रूप में आनंद शर्मा का विशेष उल्लेख किया और उनके कामकाज की सराहना की.
यह भी पढ़ें:
Bihar Board 10th Result 2022: बिहार बोर्ड 10वीं रिजल्ट 2022 घोषित, DigiLocker और SMS से ऐसे करें चेक