Delhi Pollution: 13 हॉटस्पॉट्स में क्या है प्रदूषण की वजह? दिल्ली सरकार सोर्स का लगाएगी पता
Pollution Hotspot: दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय की अध्यक्षता में पर्यावरण को बेहतर बनाने के लिए रियल टाइम सोर्स अपोरशनमेंट स्टडी पर चर्चा के लिए राउंड टेबल कांफ्रेंस का आयोजन किया गया.
Round Table Conference Organized On Increasing Pollution In Delhi: दिल्ली सचिवालय में रियल टाइम सोर्स अपोरशनमेंट स्टडी पर चर्चा के लिए आज यानी 15 मई को राउंड टेबल कांफ्रेंस का आयोजन किया गया. दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय की अध्यक्षता में पर्यावरण को बेहतर बनाने के लिए और प्रदूषण बढ़ाने वाले स्रोतों का पता लगाने पर विस्तृत चर्चा हुई.
इस राउंड टेबल कांफ्रेंस के दौरान डीपीसीसी, पर्यावरण विभाग, टेरी, यूएनईपी, वर्ल्ड बैंक, आईएमडी, डीआरआईआईवी, सीएसई, एमसीडी के साथ हरियाणा और उत्तर प्रदेश प्रदूषण कण्ट्रोल बोर्ड के अधिकारी और प्रतिनिधि भी शामिल रहे. इस राउंड टेबल कांफ्रेंस में रियल टाइम सोर्स अपोरशनमेंट स्टडी के अब तक के डेटा पर चर्चा की गई. दिल्ली के 13 हॉटस्पॉट में प्रदूषण के वास्तविक स्रोतों का पता लगाने के लिए एक-एक हफ्ते के लिए मोबाइल वैन लगाने के दिए गए निर्देश हैं.
वायु प्रदूषण में 30 फीसद की होगी कमी
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि दिल्ली में वायु प्रदूषण को कम करने के लिए कड़े कदम उठाए हैं, जिसके परिणामस्वरूप दिल्ली के वायु प्रदूषण में 30 फीसद की कमी देखी गई है. हर साल सरकार गर्मी और सर्दियों के मौसम में होने वाले प्रदूषण से निपटने के लिए समर और विंटर एक्शन प्लान लॉन्च करती है. विंटर एक्शन प्लान के हिस्से के रूप में रियल टाइम सोर्स अपोरशनमेंट स्टडी को शामिल किया था.
इससे दिल्ली में अब एक निश्चित समय पर प्रदूषण के वास्तविक कारणों का पता चल पा रहा है. ऐसा करने वाला दिल्ली देश का पहला राज्य बन गया है. रियल टाइम सोर्स अपोरशनमेंट स्टडी से हर घंटे पता चल रहा है कि कहां, किस वजह से प्रदूषण है और अगले 3 दिन का घंटे के आधार पर फोरकास्ट का भी अनुमान लगाया जा रहा है.
इससे सरकार को दिल्ली के किसी भी एरिया में वाहन, इंडस्ट्री, बायोमास बर्निंग, धूल आदि की वजह से होने वाले प्रदूषण की सटीक जानकारी प्राप्त हो रही है.
वायु गुणवत्ता की विश्लेषण प्राप्त कर सकते है
इस राउंड टेबल कांफ्रेंस का उद्देश्य सभी विशेषज्ञों और स्टेकहोल्डर्स को एक मंच पर लाकर रियल टाइम सोर्स अपोरशनमेंट स्टडी की सुपरसाइट और मोबाइल एक्यू स्टेशन के माध्यम से प्राप्त डेटा के उपयोग और उसे कैसे और ज़्यादा उपयोगी बनाया जा सके उस पर चर्चा करना है. ताकि दिल्ली में वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए स्थानीय और क्षेत्रीय कार्रवाई के लिए नीतियां तैयार की जा सकें.
गोपाल राय ने रियल टाइम सोर्स अपोरशंमेंट स्टडी के बारे में अधिक जानकारी देते हुए बताया कि पहले वायु प्रदूषण बढ़ाने के कारको को पता लगाने की प्रक्रिया काफी लम्बी अवधि और लेबर इंटेंसिव होती थी. वहीं आज रियल टाइम सोर्स अपोर्शनमेंट स्टडी के कारण अब वायु गुणवत्ता की दैनिक, साप्ताहिक, मासिक और मौसमी विश्लेषण प्राप्त कर सकते है.
प्रदूषण के सही समय की जानकारी मिली
इससे वायु प्रदूषण बढ़ने के समय पर उसके नियंत्रण के लिए सरकार को त्वरित निर्णय लेने में भी सहायता मिल रही है. रियल टाइम सोर्स अपोरशनमेंट स्टडी की सुपरसाइट से प्रदूषण के सही समय और कारको की जानकारी मिलनी शुरू हुई है.
इस सुपरसाइट के कारण हमारी सरकार को दिल्ली में वायु प्रदूषण बढ़ाने में योगदान देने वाले पीएम 2.5, एनओ2, एनओ एक्स , सीओ , एसओ2, ओज़ोन, सेकेंडरी इनऑर्गेनिक एंड आर्गेनिक ऐरोसोल्स आदि की निगरानी करना काफी आसान हो गया है.
13 हॉटस्पॉट पर मोबाइल वैन लगाने का निर्देश
मोबाइल एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशन (मोबाइल वैन ) को अब दिल्ली के 13 हॉटस्पॉट पर वास्तविक समय में प्रदूषण के स्रोतों का पता लगाने के लिए वहां एक-एक हफ्ते के लिए स्थापित करने के निर्देश जारी किए गए हैं. इससे इन 13 हॉटस्पॉट पर प्रदूषण बढ़ाने वाले कारकों की घंटेवार तरीके से जानकारी प्राप्त कर, उस पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी.
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि इस बार राउंड टेबल कांफ्रेंस में विभिन्न संस्थाओं और विभागों से आए प्रतिनिधि और अधिकारियों के साथ विभिन्न सुझावों पर चर्चा की गई है, जिस पर आगामी दिनों में प्रबलता के साथ कार्य किया जाएगा. साथ ही अगले महीने सेकंड राउंड टेबल कांफ्रेंस को आयोजित करने का भी निर्णय लिया गया है.
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