India Canada Crisis: बिश्नोई गैंग के साथ मिलकर काम कर रहे भारत के एजेंट! कनाडा पुलिस ने किया बड़ा दावा
India Canada Row: बताया गया है कि कनाडा के पीत्री जस्टिन ट्रूडो भी ग्लोबल अफेयर्स कनाडा और RCMP के भारत से जुड़े कनाडा में होने वाली हिंसक आपराधिक गतिविधि से संबंधित जांच प्रयासों पर एक पीसी करेंगे.
India-Canada Tension: भारत सरकार की तरफ से कनाडा से अपने राजनयिकों को वापस बुलाने के कुछ ही घंटों बाद, रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (RCMP) ने आरोप लगाया कि भारत सरकार के एजेंट कनाडा की धरती पर आतंक फैलाने के लिए लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के साथ मिलकर काम कर रहे हैं.
31 वर्षीय बिश्नोई पंजाब का एक गैंगस्टर है, और वर्तमान में अहमदाबाद की साबरमती सेंट्रल जेल में बंद है. मुंबई पुलिस को संदेह है कि शनिवार रात महाराष्ट्र के तीन बार के विधायक रहे बाबा सिद्दीकी की हत्या के पीछे उसका हाथ है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरसीएमपी ने उठाए ये सवाल
ओटावा में थैंक्सगिविंग डे पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में RCMP के सहायक आयुक्त ब्रिगिट गौबिन ने आरोप लगाया, "हमने जो देखा है वह संगठित अपराध तत्वों का उपयोग है, और इसे सार्वजनिक रूप से एक संगठित अपराध गिरोह के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है. लॉरेंस बिश्नोई गैंग भारत के एजेंटों से जुड़ा हुआ है." जब पूछा गया कि क्या RCMP भारतीय सरकारी एजेंटों पर हत्या, जबरन वसूली, धमकी और जबरदस्ती का आरोप लगा रहा है, तो RCMP आयुक्त माइक डुहेम ने इसका जवाब हां में दिया.
कनाडा के पीएम जल्द करेंगे पीसी
माइक ने आगे कहा कि कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो भी ग्लोबल अफेयर्स कनाडा और RCMP के "भारत से जुड़े कनाडा में होने वाली हिंसक आपराधिक गतिविधि से संबंधित जांच प्रयासों" पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले हैं. हालांकि इस पीसी को लेकर कोई फिक्स समय की जानकारी नहीं दी गई, लेकन उन्होंने बताया कि इस पीसी में पीएम के साथ विदेश मंत्री मेलानी जोली और सार्वजनिक सुरक्षा, लोकतांत्रिक संस्थानों और अंतर-सरकारी मामलों के मंत्री डोमिनिक लेब्लांक शामिल होंगे.
पीसी से पहले लगाया थे ये आरोप
प्रेस कॉन्फ्रेंस से कुछ मिनट पहले, कनाडाई अधिकारियों के हवाले से द वाशिंगटन पोस्ट ने बताया कि पिछले साल कनाडा में एक सिख अलगाववादी की हत्या एक खास वर्ग को निशाना बनाकर किए गए व्यापक हिंसक अभियान का हिस्सा थी, जिसे कथित तौर पर एक वरिष्ठ भारतीय अधिकारी और भारत की खुफिया एजेंसी के एक ऑपरेटिव की ओर से निर्देशित किया गया था. रिपोर्ट में दावा किया गया कि कनाडाई अधिकारियों ने भारत से इंटरसेप्ट किए गए संचार और अन्य नई सूचनाओं के आधार पर ये दावे किए.
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