नई दिल्ली: 1000 करोड़ रुपए के हवाला के लिए जो शैल कंपनियां बनाई गई थीं उसमें भी चीनी नागरिकों को डायरेक्टर बनाया गया था. साथ ही जांच एजेंसियों को अब तक की जांच में 5 करोड़ रुपए से ऊपर का लेन देन लामाओ और बौद्ध पुजारियों से मिला है. इस मामले का एक आरोपी गु पेंग वापस चीन भाग गया है. यह घोटाला अब जांच एजेंसियों को 1000 करोड़ से भी ऊपर पहुंचता दिखाई दे रहा है.
आयकर विभाग पिछले सप्ताह एक सूचना के आधार पर चीनी नागरिक ली पेंग के ठिकानों पर छापेमारी की थी और 1000 करोड़ रुपए की हवाला घोटाले का पर्दाफाश किया था. इसी दौरान यह बात भी सामने आई की हवाला तो एक बहाना था, वास्तव में इन चीनी नागरिकों के जरिए दलाई लामा और उनके करीबी लोगों पर निगाह रखी जा रही थी और इसके लिए इन चीनियों ने बाकायदा एक मजबूत नेटवर्क भी तैयार कर लिया था. जांच एजेंसियों के सूत्रों के मुताबिक, अब तक की जांच के दौरान पता चला है कि दलाई लामा और उसके आसपास के लोगों की सूचना निकलवाने के लिए चीनियों ने लामा और बौद्ध पुजारियों को 5 करोड़ रुपए से ज्यादा की रकम दी थी और यह रकम नगदी के अलावा चीनी एप वीचैट के जरिए भेजी जा रही थी.
जांच एजेंसी के एक आला अधिकारी ने बताया कि अब तक की जांच के दौरान पता चला है कि हवाला के लिए चीनी एइप वीचैट का भी जमकर इस्तेमाल किया गया था क्योंकि साल 2018 के पहले वीचैट पर कितनी भी रकम भेज दी जाए इस पर कोई प्रतिबंध नहीं था. इसका इन हवाला व्यापारियों ने जमकर फायदा उठाया. इस मामले में एक और चीनी नागरिक का नाम आया है. इसका नाम गू पेग बताया गया है जिसे ली पेंग का बॉस बताया जाता है. सूत्रों का कहना है कि यह बॉस भी पहले गुड़गांव में था लेकिन इसी साल मार्च महीने में यह वापस चला था.
जांच एजेंसी के एक आला अधिकारी के मुताबिक इन धंधे वालों ने इस मामले में अलीगढ़ के रहने वाले एक शख्स राहुल कुमार को भी एक कंपनी में डायरेक्टर बनाया. राहुल का परिवार अलीगढ़ में रहता है और जिस कंपनी में उसे डायरेक्टर बताया गया है उस कंपनी के जरिए करोड़ों का हवाला व्यापार हुआ है.
कंपनी का नाम HUBANG है. इस कंपनी में एक डायरेक्टर के तौर पर तो राहुल कुमार का नाम है जबकि दो अन्य डायरेक्टर GUOHUA LU और Jiyanfeng Lu है. ये दोनों चीनी है. जांच एजेंसी के एक आला अधिकारी ने कहा कि यह दोनों चीनी नागरिक भी चीन के झियांग शहर के रहने वाले हैं जहां का ली पेंग रहने वाला है. यानी सीधे तौर पर इस मामले के तार चीन से जुड़ रहे हैं और यह मामला वह नहीं है जो दिखाई दे रहा है. फिलहाल जांच एजेंसियां इस मामले में हवाला के साथ-साथ जासूसी की परतें खोलने में लगी हुई है.
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