भुवनेश्वर: ओडिशा कांग्रेस ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने अपनी पार्टी के गलत कार्यों का खुलासा करने से सीबीआई को रोकने के लिए राज्यसभा के उपसभापति के चुनाव में एनडीए के प्रत्याशी का समर्थन करके लोगों के साथ विश्वासघात किया है. ओपीसीसी अध्यक्ष निरंजन पटनायक ने टि्वटर पोस्ट पर आरोप लगाया, बीजेडी का राज्यसभा के उपसभापति के चुनाव में एनडीए प्रत्याशी का समर्थन करना हैरान करने वाला नहीं है. यह बीजेडी के कारनामों का खुलासा करने से सीबीआई को रोकने की कोशिश है.
निरंजन ने आगे दावा किया कि मुख्यमंत्री का कदम बीजेपी और बीजेडी के बीच समझौते के बारे में बातचीत प्रतीत होता है. उन्होंने एक बयान में कहा, यह बीजेपी और बीजेडी के बीच सीटों के बंटवारे पर चल रही चर्चाओं की अफवाहों को बल देता है. उन्होंने कहा, बीजेडी, बीजेपी और कांग्रेस दोनों से समान दूरी बनाए रखने का झूठा दावा करके कई सालों से ओडिशा के लोगों को धोखा दे रही है. लेकिन अब उसका असली चरित्र सामने आ गया है.
निरंजन पटनायक ने आरोप लगाया कि नवीन पटनायक पूर्ववर्ती यूपीए सरकार और बीजेपी नीत एनडीए सरकार पर राज्य को नजरंअदाज करने का आरोप लगाकर ओडिशा की 4.35 करोड़ जनता को भ्रमित करते रहे हैं. कांग्रेस नेता ने कहा कि दूसरी ओर मुख्यमंत्री ने बड़ी चालाकी से नोटबंदी, जीएसटी लागू करने, राष्ट्रपति चुनाव और लोकसभा और विधानसभा चुनाव साथ कराने जैसे ज्यादातर मुद्दों पर बीजेपी का समर्थन किया है.
अब नवीन पटनायक ने राज्यसभा के उपसभापति पद के चुनाव में एक फोन कॉल के बाद एनडीए प्रत्याशी को समर्थन देने की घोषणा करके अपने आप को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वफादार साबित कर दिया है. निरंजन ने आरोप लगाया कि गिरगिट की तरह रंग बदलकर बीजेडी प्रमुख हमेशा अपने निहित स्वार्थों के लिए राज्य के हितों का बलिदान देते रहे हैं.
बहरहाल, बीजेडी ने अपने फैसले पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि पार्टी और जेडीयू के बीच विचारधारा संबंधी समानताएं हैं. एनडीए के निर्वाचित प्रत्याशी हरिवंश नारायण सिंह जेडीयू के हैं.