Mohan Bgahwat On Vedas: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि आने वाला समय भारत और सनातन धर्म का है. उन्होंने कहा, लगातार होने वाले हमलों से खासतौर पर उत्तर भारत में वैदिक ज्ञान को बहुत नुकसान हुआ है. वेदों में ज्ञान का खजाना है. संघ प्रमुख ने रविवार (6 अगस्त) को काशी में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही.


मोहन भागवत रविवार को वाराणसी पहुंचे. उन्होंने गंगा के तट पर स्थित चेत सिंह किला परिसर में चातुर्मास कर रहे कांची कामकोटि के शंकराचार्य विजयेंद्र सरस्वती से मुलाकात कर आशीर्वाद लिया. इस दौरान दोनों के बीच बातचीत भी हुई. इसके साथ ही भागवत ने शंकराचार्य के चातुर्मास व्रत स्थल पर आयोजित अग्निहोत्र सभा के यज्ञ कार्यक्रम में भाग लिया.


'दुनिया को देना है धर्म का ज्ञान'


टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, कार्यक्रम में बोलते हुए भागवत ने कहा, वेद हमारे ज्ञान का भंडार हैं. इसमें सब कुछ शामिल है. खासतौर से उत्तर भारत में होने वाले लगातार आक्रमणों के चलते वैदिक ज्ञान को नुकसान उठाना पड़ा. अग्निहोत्र के अनुनायी युगों से इस ज्ञान की रक्षा कर रहे हैं. संघ प्रमुख ने कहा कि इस परंपरा को विस्तार किए जाने की जरूरत है.


अग्निहोत्र परंपरा के अनुयायियों के काम की तारीफ करते हुए आरएसएस सर संघ चालक ने कहा, आप अपना काम करिए. आपकी सुरक्षा के लिए हिंदू समाज है. ये समय सनातन धर्म और भारत के उत्थान का है. भारत को पूरी दुनिया को धर्म का ज्ञान देना है. धर्म के मूल में सत्य है. उन्होंने कहा, आज पूरा विश्व वेदों के बारे में सोच रहा है. हमारे पास जानकारी है, लेकिन पूरी तरह नहीं जानते. आज भी हमारे अध्यात्म की रक्षा के लिए आप लोग कार्य कर रहे हैं. आपके दर्शन पाकर मैं धन्य हूं.


सोमवार को वापस जाएंगे भागवत


आरएसएस प्रमुख दो दिनों के वाराणसी दौरे पर हैं. सोमवार को उनका संघ कार्यालय में कार्यक्रम है, जहां वे संघ के पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे. इसके बाद वे दिल्ली लौट जाएंगे. इसके पहले मोहन भागवत 18 जुलाई को 5 दिनों के काशी दौरे पर आए थे.


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