लिंगायत के बहाने भागवत का कांग्रेस पर हमला, कहा- धर्म के आधार पर बांटने वालों को कामयाब नहीं होने देंगे
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने इशारों-इशारों में कांग्रेस पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि धर्म के आधार पर बांटने वालों को वो कामयाब नहीं होने देंगे.
नागपुर: कर्नाटक विधानसभा चुनाव से ठीक पहले लिंगायत को अलग धर्म का दर्जा दिये जाने पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने इशारों-इशारों में कांग्रेस पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि धर्म के आधार पर बांटने वालों को वो कामयाब नहीं होने देंगे
भागवत ने कहा, ''एक ही धर्म को मानने वाले हम सभी लोग अब संप्रदाय में भी बंट रहे हैं. बांटने वाले तो तैयार बैठे हैं क्योंकि उनको अपना आसुरीय धर्म निभाना है.''
नागपुर में एक कार्यक्रम में भागवत ने कहा, ''भेद के आधार पर दूसरों को चूस कर खाना ये राक्षसी प्रवृति है, राक्षसी धर्म है. उन लोगों को भगवान ने ऐसा ही बनाया है और वो ऐसा ही करेंगे. जिनको मानव धर्म निभाना है उनका काम है कि कितने भी ऐसे प्रयास हों वो आपस में ना बंटे.''
आपको बता दें कि मार्च में ही कर्नाटक की सिद्धारमैया सरकार ने लिंगायत और वीरशैव लिंगायत को हिंदू धर्म से अलग एक अलग धर्म का दर्जा देने के निर्णय लिया था. बीजेपी ने सरकार के इस फैसले को धर्म को बांटने वाला करार दिया था. बीजेपी की लिंगायत में अच्छी पकड़ रही है. ऐसे में कांग्रेस सरकार का यह फैसला बड़ा सियासी दांव माना जा रहा है.
राज्य में लिंगायत समुदाय की आबादी 17 प्रतिशत है. बीजेपी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बीएस येदियुरप्पा लिंगायत समुदाय से हैं. उन्होंने भी कांग्रेस की पहल को हिंदू मतों को बांटने का प्रयास बताया है. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह इन दिनों कर्नाटक दौरे पर हैं. जहां उन्होंने लिंगायत के कई मठों का दौरा किया है.