Muslim Intellectuals On Mohan Bhagwat: आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत (RSS Chief Mohan Bhagwat) की मुस्लिम बुद्धिजीवियों (Muslim Intellectuals) के साथ मुलाकात के बाद कई प्रकार के कयास लगाए जा रहे हैं. इस मीटिंग में पांच सदस्यीय मुस्लिम बुद्धिजीवियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने देश में मुस्लिम समुदाय से जुड़े कई अहम मुद्दों को लेकर मोहन भागवत से बातचीत की.
इस पूरी मीटिंग को लेकर पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी (SY Qureshi) ने कहा कि भागवत के साथ उनकी मीटिंग का मुख्य एजेंडा देश के मुसलमानों में फैले असुरक्षा के भाव से जुड़ा था. उन्होंने कहा हमारी पूरी मीटिंग इसी विषय के ईद-गिर्द रही. संघ प्रमुख से साथ हुई मुस्लिम बुद्धिजीवियों की मीटिंग को लेकर एसवाई कुरैशी और नजीब जंग ने वायर को दिए एक इंटरव्यू में कई सवालों के जवाब दिए.
देश में बिगड़े हालात को लेकर की मीटिंग
मोहन भागवत के साथ हुई पांच मुस्लिम बुद्धिजीवियों में से एक दिल्ली के पूर्व उपराज्यपाल नजीब जंग (Former LG Delhi Najeeb Jung) ने 'वायर' को दिए इंटव्यू में कहा कि उनकी कोविड से पहले 2019 में मोहन भागवत से मुलाकात हुई थी. उस दौरान वह बहुत ही खुले मन के साथ मिले. उन्होंने कहा था कि वह जल्दी ही उनसे फिर मुलाकात करेंगे. दुर्भाग्य से कोरोना के चलते ये मुलाकात हो नहीं पाई. फिर उसके बाद इस साल नूपुर शर्मा के बयान के बाद जिस तरह से देश का माहौल बना और उसके बाद कर्नाटक की घटना हम लोगों ने उनसे मिलने का फैसला किया.
भारतीय मुसलमानों के साथ व्यवहार पर जताई चिंता
इस मीटिंग में शामिल पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी ने कहा कि देश के मुसलमानों के साथ जिस तरह का व्यवहार किया जा रहा है, हमने उस पर चिंता जाहिर करते हुए उनके सामने कई मुद्दों को उठाया. उन्होंने बड़ी ही गंभीरता से हमारी बात को सुना. दरअसल, हमारी चर्चा का मुख्य उद्देश्य देश में घटित हुई कई घटनाओं के कारण भारतीय मुसलमानों में असुरक्षा को लेकर पैदा हुआ भाव था. कुरैशी ने कहा कि हमने मोहन भागवत के सामने इस पर अपनी चिंता जाहिर करते हुए बताया कि भारतीय मुसलमानों के साथ उस प्रकार का व्यवहार नहीं किया जा रहा है जैसा कि देश के हर नागरिक के साथ होना चाहिए.
संघ प्रमुख ने भारतीय मुसलमान कहने पर जताई सहमति
मोहन भागवत के उस बयान को जिसमें उन्होंने सभी नागरिकों को हिंदू होने का दावा किया था, उसके जवाब नजीब जंग ने कहा कि उनके अनुसार इसमें सभी धर्मों के लोग शामिल हैं. मोहन भागवत ने हमें वैदिक धर्म का उदाहरण देते हुए बताया कि उसमें सभी लोग शामिल है.
भागवत ने कहा कि भारतीय मुसलमान खुद को किसी भी नाम से पुकार सकते हैं, लेकिन सभी लोग भारत के समान नागरिक हैं. हालांकि, हमने उनके सामने हिंदू भारतीय कहे जाने पर आपत्ति जताई. इस पर मोहन भागवत ने कहा कि आप अपने आप को भारतीय मुस्लिम कह कर पुकार सकते हैं.
बढ़ती मुस्लिम आबादी का डर
एसवाई कुरैशी ने संघ प्रमुख से मुलाकात के दौरान उनके उस बयान पर आपत्ति जताई जिसमें उन्होंने मुसलमानों की बढ़ती आबादी को लेकर एक बयान दिया था. कुरैशी ने कहा उन्होंने भागवात को मुस्लिम आबादी पर लिखी उनकी एक किताब भेंट स्वरूप देते हुए कहा कि आप इसे जरूर पढ़ें. उन्होंने कहा कि यह सच है कि मुस्लिम समुदाय में जन्म दर सबसे अधिक है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि मुसलमान जल्द ही हिंदू आबादी को ओवरटेक कर लेंगे. मुस्लिम आबादी (Muslim Population) को लेकर हमारे खिलाफ एक प्रोपेगेंडा चलाया जा रहा है, जो बिल्कुल ही गलत है.
संघ प्रमुख ने गाय का मुद्दा उठाया
नजीब जंग ने कहा कि केवल हमने ही उनके सामने मुसलमानों से जुड़े मुद्दे नहीं उठाए, बल्कि मोहन भागवत ने भी अपनी बात हमारे सामने रखी. उन्होंने बताया कि भागवत ने उनके सामने गाय का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि आप लोग गाय को मारते हैं, जबकि हिंदू समुदाय में गाय की पूजा की जाती है. नजीब जंग ने कहा कि उन्होंने सीधे तौर पर तो नहीं लेकिन मुसलमानों से गौहत्या और बीफ खाने पर रोक लगाने की मांग की. जंग ने कहा कि इसमें किसी मुसलमान को कोई आपत्ति भी नहीं होनी चाहिए और 90 प्रतिशत मुसलमान इस बात से सहमत होंगे.
इसे भी पढ़ेंः-
RSS प्रमुख मोहन भागवत को 'राष्ट्रपिता' कहने वाले मुस्लिम धर्मगुरु के बारे में जानिए सब कुछ