RSS Indresh Kumar Reaction: आरएसएस के इंद्रेश कुमार ने बुधवार (14 जून) को बीजेपी को अहंकारी बताते हुए जमकर निशाना साधा था. इस बीच एबीपी न्यूज से एक्सक्लूसिव बातचीत के दौरान इंद्रेश कुमार बुधवार की रात को ही सफाई दी है. उन्होंने कहा, "देश तेज गति से दिन प्रतिदिन आगे जा रहा है. इस समय का सच ये है कि जिन्होंने राम का विरोध किया वो सत्त से बाहर हैं... जिन्होंने राम की भक्ति की वो सत्ता में हैं."


अहंकार शब्द को लेकर क्या बोले इंद्रेश कुमार?


जब इंद्रेश कुमार से यह पूछ गया कि उन्होंने अहंकार शब्द का इस्तेमाल किसके लिए किया था. इसके जवाब में उन्होंने कहा, "राहुल गांधी ने कहा था कि 4 तारीख को नरेंद्र मोदी सत्ता में नहीं होंगे ये लिखकर देता हूं. इसी प्रकार अरविंद केजरीवाल ने कहा कि लिखकर देता हूं कि इतनी सीटें आएगी और इंडिया गठबंधन की सरकार बनेगी. इसे क्या कहना चाहिए. लोग समझ सकते हैं कि इसे कौन सी संज्ञा देनी चाहिए. जो सत्य है उसे मैंने अल्टीमेट बता दिया है. जिन्होंने राम का विरोध किया वो सत्ता से बाहर हैं और जो रामभक्त हैं वह सत्ता में हैं."


'नरेंद्र मोदी की सरकार तेज गति से चल पड़ी


इंद्रेश कुमार ने आगे कहा, "एनडीए के नेतृत्व में नरेंद्र मोदी की सरकार तेज गति से चल पड़ी है. मैं देशवासियों से अपील करूंगा कि वे देश के विकास के लिए सरकार के साथ कंधे से कंधे मिलाकर चलें. इस समय देश के अंदर बीजेपी-एनडीए के रूप में सरकार बन गई है. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस सरकार का नेतृत्व करते हुए तेज गति से आगे बढ़ रहे हैं. जो सत्य है उसे मैंने अल्टीमेट बता दिया है."



बीजेपी और आरएसएस को लेकर लगाई जा रही अटकलें


लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने मणिपुर में हो रही हिंसा को लेकर बयान दिया था. उसके बाद बुधवार को इंद्रेश कुमार की टिप्पणी के बाद राजनीतिक गिलयारों में यह अटकलें लगाई जाने लगी कि बीजेपी और आरएसएस के बीच सब कुछ ठीक नहीं है. हालांकि सूत्रों के अनुसार आरएसएस की ओर से ये साफ किया गया कि आरएसएस बीजेपी और पीएम मोदी से नाराज नहीं है. आरएसएस की ओर से कहा गया कि मोहन भागवत ने पहले भी कई बार मणिपुर को लेकर बयान दिया है. 


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