भीड़ की हिंसा पर RSS नेता इंद्रेश कुमार ने कहा- बीफ खाना बंद हो तो नहीं होगा बवाल
आरएसएस के एक बड़े नेता इंद्रेश कुमार ने विवादित बयान दिया है. झारखंड के रांची में इंद्रेश कुमार ने मॉब लिचिंग यानी भीड़ के अंधे इंसाफ पर कहा कि अगर बीफ खाना बंद कर दिया जाए तो भीड़ की हिंसा भी बंद हो जाएगी.
रांची: आरएसएस यानी राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ के बड़े नेता और मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के मार्गदर्शक इंद्रेश कुमार ने विवादित बयान दिया है. झारखंड के रांची में इंद्रेश कुमार ने मॉब लिचिंग यानी भीड़ के अंधे इंसाफ पर कहा कि अगर बीफ खाना बंद कर दिया जाए तो भीड़ की हिंसा भी बंद हो जाएगी.
इंद्रेश कुमाने कहा कहा, "किसी भी मॉब में हिंसा, वो आपको घर की, मोहल्ले की, जाति की, पार्टी की हो, वो कभी भी अभिनंदनीय नहीं हो सकती. लेकिन दुनिया के जितने भी धर्म हैं उनके धर्मस्थलों गायों का वध नहीं होता है." वो आगे कहते हैं, "ईशा इस धरती पर गोशाला में आए. इसलिए वहां गाय को मां बोलते हैं. मक्का मदीना में गाय का वध अपराध मानते हैं. क्या हम संकल्प नहीं कर सकते कि इस विचारधारा और मानवता को इस पाप से मुक्त करें. अगर गाय का वध रुक जाता है तो हिंसा रुक जाएगी."
भीड़ का ताज़ा शिकार बना रकबर आपको बता दें कि भीड़ आधारित हिंसा देश में एक बड़े अपराध का रूप ले चुकी है. अभी हाल ही में राजस्थान के अलवर जिले में 21 जुलाई को गाय तस्करी के संदेह में भीड़ ने रकबर नाम के एक व्यक्ति की पीट पीटकर हत्या कर दी थी. आपको बता दें कि 2012 से 2018 तक देश में गाय के नाम पर भीड़ ने 87 घटनाओं को अंजाम दिया है. ऐसी हिंसा के 289 पीड़ितों में से 34 को अपनी जान गंवानी पड़ी है.
सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को लगाई है फटकार आपको ये भी बता दें कि देश का सबसे बड़ा कोर्ट सुप्रीम कोर्ट भी इसपर सरकार को फटकार लगा चुका है. सुप्रीम कोर्ट ने 17 जुलाई को केन्द्र से कहा था कि पीट पीटकर हत्या की घटनाओं से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए संसद में नए कानून बनाने पर विचार करे. इस टिप्पणी से जुड़ी पीठ ने कहा था कि ‘भीड़तंत्र की इन विभत्स गतिविधियों को नई पंरपरा नहीं बनने दिया जा सकता.’
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