नई दिल्ली: कांग्रेस ने आज राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) को 'जहर' बताते हुए कहा कि पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी को इसे नहीं चखना चाहिए. सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने राहुल गांधी को सलाह दी है कि वे आरएसएस के कार्यक्रम में न जाएं. पार्टी नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, ''आरएसएस एक जहर है, ये सब जानते हैं. अगर आप जानते हैं कि, सामने जहर है तो फिर उसको चखकर देखने की जरूरत नहीं क्योंकि जहर को चखने का नतीजा सब जानते हैं.''
साथ ही उन्होंने कहा, ''आरएसएस अपनी विचारधारा को फैलाना चाहता है, उसमें हम भागीदार क्यों बनें? आखिर ये बांटने वाली और संविधान की जगह मनु स्मृति को मानने वाली विचारधारा है.''
खबर है कि राहुल गांधी को आरएसएस (संघ) एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए निमंत्रण दे सकती है. संघ अगले महीने 17-19 सितंबर के दौरान 'भारत का भविष्य : आरएसएस का नजरिया' विषय पर व्याख्यानमाला का आयोजन करने जा रहा है, जिसमें वह कांग्रेस समेत सभी राजनीतिक दलों को आमंत्रित कर सकता है.
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आपको बता दें कि राहुल आरएसएस पर सांप्रदायिक नफरत फैलाने का आरोप लगाते रहे हैं और यहां तक की संघ की तुलना मुस्लिम ब्रदरहुड से कर चुके हैं. उन्होंने मंगलवार को ही भीमा कोरेगांव हिंसा मामले में मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी पर आरएसएस पर निशाना साधा था. उन्होंने ट्वीट कर कहा था, ‘‘भारत में अब सिर्फ एकमात्र एनजीओ के लिए जगह है और वह आरएसएस है. दूसरे सभी एनजीओ को बंद कर दो. सभी कार्यकर्ताओं को जेल भेज दो और शिकायत करने वालों को गोली मार दो. न्यू इंडिया में स्वागत है.’’
राहुल आरएसएस को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या के लिए भी जिम्मेदार ठहरा चुके हैं. इस आरोप को लेकर उनके खिलाफ महाराष्ट्र के भिवंडी की अदालत में केस चल रहा है. जहां वे कई बार पेश हो चुके हैं.
ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या राहुल आरएसएस की तरफ से निमंत्रण मिलने पर उसके कार्यक्रम में जाएंगे? संघ से जुड़े लोगों का कहना है कि जब राहुल कहते हैं कि कांग्रेस सभी तरह की विचारधारा और लोगों को सुनती है, समझती है और गले लगाती है तो वे आरएसएस के कार्यक्रम में क्यों नहीं आएंगे.