Manmohan Vaidya On Hindu Nation: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के संयुक्त महासचिव मनमोहन वैद्य (Manmohan Vaidya) ने कहा कि भारत में हमेशा आध्यात्मिक लोकतंत्र रहा है और यही पहचान दुनिया में हिंदुत्व के नाम से जानी जाती है. उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान के उलट भारत में अल्पसंख्यकों के पास कई समान अधिकार हैं जो भारतीय संविधान का हिंदुत्व है.


एक मंदिर की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में 'सनातन भारत' विषय पर बोलते हुए वैद्य ने कहा कि 'राष्ट्र' शब्द का मतलब सही ढंग से समझा जाना चाहिए, क्योंकि भारत राष्ट्रवादी नहीं है पर ‘राष्ट्रीय’ है. उन्होंने कहा भारत में हमेशा से आध्यात्मिक लोकतंत्र रहा है और यह भारत की पहचान है जिसे पूरी दुनिया में हिंदुत्व का नाम मिला है. इसे अंग्रेजी में ‘हिंदुइज्म’ कहना गलत है, लेकिन इसे हिंदुत्व कहना चाहिए. 


'हिंदू कभी कट्टरवादी नहीं हो सकता'


वैद्य ने कहा कि आस्था को ‘धर्म’ नहीं माना जाना चाहिए, क्योंकि धर्म पूरी तरह से अलग है और सभी को ‘उपासना’ (पूजा के रूप) चुनने की स्वतंत्रता है. मनमोहन वैद्य इससे पहले भी कई बार हिंदुत्व को लेकर इस तरह के बयान जारी कर चुके हैं. उनका हमेशा से कहना रहा है कि हिंदू कभी कट्टरवादी नहीं हो सकता. 


'एक हिंदू कभी ‘फंडामेंटलिस्ट’ नहीं हो सकता'


साल 2019 में मनमोहन वैद्य ने कहा था कि ’कट्टर’ शब्द अंग्रेजी के शब्द फंडामेंटलिस्ट से आया है, जिसका हिंदी में मतलब रूढ़िवादी, कट्टरवादी होता है. कुछ लोग इसे बिना सोचे समझे इस्तेमाल करते हैं. इसी से ‘कट्टर हिंदू’ शब्द आया है. एक हिंदू कभी कट्टर नहीं हो सकता, क्योंकि एक हिंदू कभी ‘फंडामेंटलिस्ट’ नहीं हो सकता.’


ये भी पढ़ें: 


Amit Shah Slams TMC: मई में फिर बंगाल जा सकते हैं अमित शाह, इस साल होंगे त्रिस्तरीय पंचायती चुनाव