चित्रकूट में संघ का मंथन, राम मंदिर से लेकर यूपी पर चर्चा
चित्रकूट में आरएसएस की अखिल भारतीय प्रांत प्रचारक की बैठक आयोजित होती रही है. आम तौर पर ये बैठक हर साल जुलाई में होती है. लेकिन कोरोना की वजह से पिछली बार ये बैठक नहीं हो पाई थी.
RSS Meeting: यूपी में चुनावी माहौल के बीच चित्रकूट में आरएसएस की बैठक कल से शुरू हो रही है. पॉंच दिनों की इस मीटिंग में कोरोना से लेकर कई मुद्दों पर चर्चा होगी. कहा जा रहा है कि धर्मांतरण से लेकर राम मंदिर निर्माण पर भी बातचीत होगी. संघ प्रमुख मोहन भागवत के ताज़ा बयान को लेकर ये बैठक महत्वपूर्ण हो जाती है. भागवत ने ग़ाज़ियाबाद में कहा था कि हिंदू और मुसलमान का डीएनए एक है. संघ प्रमुख मोहन भागवत और सर सह कार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले दो दिनों से चित्रकूट में हैं.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय प्रांत प्रचारक बैठक चित्रकूट में आयोजित हो रही है. हर साल ये बैठक आम तौर पर जुलाई के महीने में होती है. लेकिन पिछले साल कोरोना के कारण ही ये बैठक चित्रकूट में नहीं हो पाई थी. इस साल कोविड के नियमों के अनुसार संख्या को नियंत्रित करने हेतु कुछ कार्यकर्ता यहां प्रत्यक्ष रूप से व कुछ ऑनलाइन माध्यम से जुड़ रहे हैं.
9-10 जुलाई को 11 क्षेत्रों के ‘क्षेत्र प्रचारक’ और सह क्षेत्र प्रचारकों की बैठक चित्रकूट में होने जा रही है. इसमें विशेष रूप से सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले और सभी पांचों सहसरकार्यवाह उपस्थित रहेंगे. संघ के सातों कार्य विभाग के अखिल भारतीय प्रमुख और सह प्रमुख सहभागी होंगे. 12 जुलाई को देशभर के संघ रचना के अनुसार सभी 45 प्रांतों के प्रांत प्रचारक और सह प्रांत प्रचारक ऑनलाइन जुड़ेंगे. 13 जुलाई को विविध संगठन के अखिल भारतीय संगठन मंत्री बैठक से जुड़ेंगे.
संघ के प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने बताया कि बैठक सामान्य रूप से संगठनात्मक विषयों पर केंद्रित रहेगी. साथ ही कोरोना के संक्रमण से पीड़ित लोगों की सहायता हेतु स्वयंसेवकों द्वारा किये गये देशव्यापी सेवा कार्यों की समीक्षा की जाएगी. संभावित तीसरी लहर के प्रभाव का आंकलन करते हुए, इस हेतु आवश्यक कार्य योजना पर विचार होगा. इस लिहाज़ से आवश्यक प्रशिक्षण और तैयारी पर भी विचार किया जायेगा.
अनलॉक की प्रक्रिया में धीरे-धीरे सामान्य हो रहे जनजीवन को देखते हुए संघ शाखाओं के संचालन की समीक्षा और योजनाओं पर बैठक में चर्चा अपेक्षित है. संघ शिक्षा वर्ग और विभिन्न प्रकार के संघ कार्यों का आकलन करते हुए नई योजनाओं पर विचार किया जायेगा.
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