RSS Meeting In Rajasthan: अगले साल राजस्थान में विधानसभा चुनाव (Rajasthan Assembly Election) होने वाले हैं और राज्य में बदले राजनीतिक हालात के बीच गुरुवार से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रांत प्रचारकों की बैठक झूंझनू में शुरू हो रही है. तीन दिनों तक चलने वाली इस बैठक में कई महत्वपूर्ण फ़ैसले हो सकते हैं. इसे लेकर संघ की इस बैठक को अहम माना जा रहा है. इस बैठक में देश भर के प्रांत प्रचारकों और सह प्रांत प्रचारकों को बुलाया गया है. संघ के प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) बैठक के लिए तीन दिन पहले ही पहुंच चुके हैं. गुरुवार को सर कार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले, कृष्णगोपाल, मनमोहन वैद्य, अरूण कुमार, सी आर मुकुंद और राम दत्त समेत सभी बड़े पदाधिकारी बैठक में मौजूद रहेंगे. 


इन प्रमुख मुद्दों पर चर्चा होगी


संघ के प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने बताया कि बैठक में इस साल के अब तक के कामकाज, अगले साल की कार्ययोजना और प्रवास योजना पर चर्चा होगी. बता दें कि साल 2025 में संघ की स्थापना के सौ साल पूरे हो रहे हैं और संघ का शताब्दी वर्ष कैसा होगा, बैठक में इस पर भी चिंतन और मंथन होगा. कहा जा रहा है कि देश में अभी जिन मुद्दों पर बहस जारी है, उस पर भी चर्चा हो सकती है.


निलंबित बीजेपी नेता नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) के बयान को लेकर देश भर में जो बवाल हो रहे हैं. इसके अलावा कट्टरपंथियों द्वारा अमरावती, अजमेर से लेकर उदयपुर तक हिंदुओं की हत्या की गई है. बता दें कि राजस्थान फिलहाल राजनीति का केंद्र बन गया है और ऐसे माहौल में होने जा रही संघ की इस बैठक को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. हालांकि संघ के नेता इस बैठक को हर साल होने वाली रूटीन बैठक बता रहे हैं. 


सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक़ संघ की इस बैठक के बाद कुछ राज्यों के संगठन मंत्री बदले जा सकते हैं. बीजेपी की तरफ़ से इस बैठक में संगठन महामंत्री बी एल संतोष और सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश भी मौजूद रहेंगे. आरएसएस ने संगठन के लिहाज़ से देश को 11 क्षेत्रों और 45 प्रांतों में बांटा गया है. हर क्षेत्र के प्रमुख क्षेत्र प्रचारक और प्रांत के प्रमुख प्रांत प्रचारक कहलाते हैं.


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