नई दिल्ली: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के बयान पर पलटवार करते हुए संघ के सर सह सरकार्यवाह डॉ कृष्णगोपाल ने कहा कि संघ आतंकवाद फैलाने वाले किसी भी व्यक्ति संगठन अथवा देश का समर्थन नहीं करता. उन्होंने कहा कि यदि इमरान खान आरएसएस के बारे में ऐसी टिप्पणी करते हैं तो उन्हें यह समझ लेना चाहिए कि वह संघ का नहीं भारत का विरोध कर रहे हैं.


कृष्णगोपाल ने कहा कि इससे साफ है आरएसएस और भारत दोनों एक दूसरे के पर्यायवाची हैं. हम भी यही चाहते थे कि कोई आरएसएस को भारत से अलग न समझे. कृष्ण गोपाल ने यह बातें पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा यूएन में दिए गए उस बयान के जवाब में दिया. जिसमें उन्होंने कहा था कि आरएसएस हिटलर की तरह है और भारत मे मुस्लिम नरसंहार के लिए जिम्मेदार है.


आरएसएस के सह सरकार्यवाह डॉ कृष्ण गोपाल शनिवार को पूर्व सिविल सेवा फाउंडेशन के एक सेमिनार को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान एबीपी न्यूज संवाददाता ने उनसे इमरान के बयान को लेकर सवाल पूछा जिस पर उन्होंने कहा कि संघ केवल और केवल भारत के लिए काम करता है.


उन्होंने अपनी बात को आगे बढाते हुए कहा कि हमारी शाखाएं भी केवल भारत में ही हैं. उन्होंने सवाल करते हुये कहा कि इमरान क्यों नाराज हैं? अगर वो संघ से नाराज हैं तो इसका मतलब वो भारत से नाराज हैं. ये अच्छी बात है कि लोग भारत और संघ को एक ही मानते हैं. वैसे भी संघ और भारत दोनों एक दूसरे के पर्याय बन चुके हैं.


कृष्णगोपाल ने कहा कि इमरान खान आरएसएस को फ्री पॉपुलैरिटी दुनिया के मंच पर दे रहे हैं. मैं उनसे अनुरोध करूँगा कि हमारी आलोचना करना बंद न करें. भारत और आरएसएस एक दूसरे के पर्यायवाची हैं. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद फैलाने वाले देश के रूप में जाना जाता है. जबकि संघ इसका विरोधी है. ऐसे में उसका विरोध करना लाजिमी है.