Ramnath Kovind: क्या तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने केंद्र के किसी फैसले को कभी लौटाया? RTI में मिला ये जवाब
Right To Information: राष्ट्रपति सचिवालय ने तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के कार्यकाल के संबंध में एक RTI का चौंकाने वाला जवाब दिया है. RTI लगाने वाला एक छात्र है, जो जवाब से संतुष्ट नहीं है.
Ramnath Kovind: चेन्नई स्थित एक कॉलेज के छात्र ने सूचना का अधिकार अधिनियम (RTI) के तहत सवाल पूछा कि तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने केंद्रीय मंत्रिपरिषद के कितने फैसलों को वापस पुनर्विचार के लिए लौटाया है. इस पर राष्ट्रपति भवन ने जवाब दिया है. RTI के जवाब में कहा गया है रामनाथ कोविंद द्वारा किसी भी फैसले को वापस लौटाए जाने के संबंध में कोई डेटा/जानकारी उपलब्ध नहीं है.
आरटीआई लगाने वाला छात्र युवान मिथ्रन राष्ट्रपति सचिवालय के जवाब से संतुष्ट नहीं है और अब उसने प्रथम अपीलीय प्राधिकरण (FAA), राष्ट्रपति भवन के समक्ष एक अपील दायर की है. इस बार छात्र ने पूछा है कि क्या जवाब का ये मतलब है कि पूर्व राष्ट्रपति ने केंद्रीय मंत्रिपरिषद के किसी भी फैसले को पुनर्विचार के लिए वापस नहीं किया?
युवान मिथ्रन ने कहा कि राष्ट्रपति सचिवालय से मिली जानकारी 'अधूरी, भ्रामक और गलत' थी. मिथ्रन की दूसरी अपील पर एफएए के स्पेशल ड्यूटी ऑफिसर ने संबंधित विभाग को अपील फॉरवर्ड कर दी और वहां से फिर वही जवाब आया कि 'सचिवालय के पास इससे संबंधित कोई जानकारी नहीं है.'
छात्र के प्रोफेसर ने क्या कहा?
छात्र के अपराध विज्ञान के प्रोफेसर राज कपिल ने कहा, 'जहां तक हमारी राय है, हमें लगता है कि राष्ट्रपति सचिवालय हमारी आरटीआई क्वेरी का स्पष्ट और संतोषजनक जवाब देने से बच रहा है.' बता दें कि राज कपिल ने ही छात्र युवान मिथ्रन को आरटीआई याचिका और अपील दायर करने की प्रक्रिया में मदद की थी.
'जवाबदेही का सवाल'
राज कपिल ने आगे कहा, 'तथ्य यह है कि ऐसी कोई जानकारी उपलब्ध नहीं थी... ये काफी चौंकाने वाला था.' उन्होंने कहा कि RTI और अपील में मिले जवाब से पूर्व राष्ट्रपति की पारदर्शिता और उत्तरदायित्व पर एक सवाल उठाता है. इससे राष्ट्रपति सचिवालय की 'जवाबदेही पर भी सवाल' खड़ा होता है.