Rama Navami 2023 Ruckus: देश भर में गुरुवार (30 मार्च) को भगवान राम का जन्मोत्सव यानी रामनवमी का त्योहार पूरे धार्मिक उत्साह के साथ मनाया गया. इस दौरान देश के कई राज्यों में झड़पें भी देखने को मिली. गुजरात (Gujarat) के वडोदरा (Vadodara) में फतेहपुरा इलाके में रामनवमी के जुलूस पर पथराव किया गया. इसके अलावा पश्चिम बंगाल (West Bengal) के हावड़ा (Howrah) में भी रामनवमी जुलूस के दौरान पथराव हुआ और वाहनों में आग भी लगाई गई. 


हंगामे के बाद पुलिस कर्मियों ने इलाके में फ्लैग मार्च किया. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हावड़ा की घटना पर नाम लिए बिना बीजेपी को दोषी ठहराया. उन्होंने कहा कि वे सांप्रदायिक दंगों को अंजाम देने के लिए राज्य के बाहर से गुंडे बुलाते रहे हैं. उनके जुलूसों को किसी ने नहीं रोका, लेकिन उन्हें तलवारें और बुलडोजर लेकर मार्च करने का अधिकार नहीं है. उन्हें हावड़ा में ऐसा करने का दुस्साहस कैसे हो गया?


"एक समुदाय को टारगेट करने के लिए रूट बदला"


ममता बनर्जी ने कहा कि रमजान का भी महीना चल रहा है और इस महीने में मुसलमान कोई ‘गलत’ काम नहीं करते हैं. उन्होंने कहा कि मेरी आंखें, कान खुले हैं. मैं सब कुछ सूंघ सकती हूं. मुस्लिम बहुल क्षेत्रों से जुलूस निकालते समय मैंने उन्हें पहले ही आगाह कर दिया था कि वे सावधान रहें. मैंने पहले भी कहा है कि रामनवमी की रैली करेंगे तो हिंसा हो सकती है. आज हावड़ा में बुलडोजर भी लेकर गए. रूट बदल दिया, किससे पूछकर रूट बदला? जिससे एक समुदाय को टारगेट किया जा सके.


उन्होंने कहा कि यदि वे मानते हैं कि वे दूसरों पर हमला करेंगे और कानूनी हस्तक्षेपों के माध्यम से राहत प्राप्त करेंगे, तो उन्हें पता होना चाहिए कि जनता एक दिन उन्हें अस्वीकार कर देगी. जिन्होंने कोई गलत काम नहीं किया है उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जाएगा. बीजेपी कार्यकर्ताओं में लोगों के घरों पर बुलडोजर चलाने की हिम्मत कैसे है? 




संभाजीनगर में हुई झड़प


महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर (पुराना नाम औरंगाबाद) के किराडपुरा इलाके में भी दो समूहों के बीच झड़प हुई और पथराव किया गया. साथ ही कुछ निजी और पुलिस के वाहनों में आग लगा दी गई. पुलिस ने लोगों को तितर-बितर करने के लिए बल का प्रयोग किया. संभाजीनगर के सीपी निखिल गुप्ता ने कहा कि अब स्थिति शांतिपूर्ण है. पुलिस बदमाशों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी पुलिस. 


महाराष्ट्र के सीएम क्या बोले?


इस घटना पर महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि मैंने अधिकारियों से बात की है और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है. जिस तरह से आज तक सभी त्योहार एक साथ मनाए गए हैं, उसी तरह सभी त्योहार मनाए जाने चाहिए. राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब न करें.  


गुजरात के वड़ोदरा में हुई झड़प


गुजरात के वड़ोदरा में हुए हंगामे पर पुलिस उपाधीक्षक यशपाल जगनिया ने कहा कि इस दौरान कुछ गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं, हालांकि कोई घायल नहीं हुआ. जुलूस पुलिस सुरक्षा में पूर्व निर्धारित मार्ग से निकाला गया. जगनिया और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी घटना का पता चलने के बाद मौके पर पहुंचे थे. 


जगनिया ने दावा किया कि गुरुवार को शहर में निकाले गये हर जुलूस में सुरक्षा व्यवस्था की गई. हालत नियंत्रण में है. घटना उस समय की है जब जुलूस एक मस्जिद के निकट पहुंचा और लोगों ने मौके पर पहुंचना शुरू कर दिया. यह सांप्रदायिक दंगा नहीं है. हमने भीड़ को तितर-बितर किया और जुलूस आगे बढ़ा. अवर पुलिस आयुक्त मनोज निनामा भी मौके पर पहुंचे और शांति बनाये रखने के लिए अतिरिक्त बल तैनात करने का आदेश दिया. 




लखनऊ में भी हुआ हंगामा


इसके अलावा उत्तर प्रदेश के लखनऊ में भी रामनवमी पर हंगामा हुआ है. डीसीपी नॉर्थ लखनऊ कासिम आबिदी ने कहा कि सुमित नाम के एक व्यक्ति के साथ 10-15 लोग डीजे पर कुछ संगीत बजा रहे थे, जिसके बाद लोगों के दो समूहों के बीच बहस छिड़ गई. इस पर एक अन्य समूह की ओर आपत्ति जताई गई जब वह जानकीपुरम थाने के अंतर्गत मडियाओं गांव में एक धार्मिक स्थल से गुजरा. जुलूस की अनुमति नहीं थी. दोनों गुटों को हिरासत में लिया गया. इलाके में शांति कायम है. 


दिल्ली में स्थिति रही तनावपूर्ण


दिल्ली में भी रामनवमी के त्योहार पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रही. उत्तर-पश्चिम दिल्ली के जहांगीरपुरी में रामनवमी के मौके पर बड़ी संख्या में लोगों ने नियमों के खिलाफ मार्च निकाला, जिसके बाद इलाके में किसी भी अप्रिय घटना की आशंका को टालने के लिए दंगा रोधी बल को तैनात करना पड़ा. पुलिस ने यह जानकारी दी. 


दिल्ली पुलिस ने एक समूह के लोगों को रामनवमी महोत्सव के तहत जहांगीरपुरी में ‘श्री राम भगवान प्रतिमा यात्रा’ निकालने की अनुमति देने से इनकार कर दिया था. पिछले साल हनुमान जयंती के उपलक्ष्य में इलाके में निकाली गई शोभा यात्रा के दौरान वहां दो समुदायों के बीच हुई हिंसक झड़प के मद्देनजर पुलिस ने यह कदम उठाया था. राम नगरी अयोध्या में भगवान राम का जन्मोत्सव कड़ी सुरक्षा के बीच पूरे उत्साह के साथ मनाया गया. 


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