Ruckus in Rajya Sabha Live Updates: राज्यसभा में सोमवार (1 जुलाई 2024) को भी काफी हंगामा देखने को मिला. कांग्रेस के सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि जब विपक्ष के सांसद बोलते हैं तो माइक बंद कर दिया जाता है. इस पर राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कड़ी नाराजगी जताई.


जगदीप धनखड़ ने कहा कि इस माइक को बंद करने का  अधिकार किसी के पास नहीं है. ऐसे बयान देकर संसद को अपमानित किया जा रहा है. स्पीकर ने आगे कहा कि ये माइक तकनीक के जरिये चलते हैं, कोई माइक बंद करता है क्या.


स्पीकर बोले- आपके व्यवहार में अंतर


स्पीकर यहीं नहीं रुके. उन्होंने आगे कहा कि इस बार आने के बाद आपके व्यवहार में अंतर लग रहा है. सभापति ने कहा कि प्रथम पंक्ति में बदलाव के बाद कई सदस्य अती उत्साहित हो रहे हैं. बता दें कि राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बोलने के बीच विपक्ष ने कहा कि माइक बंद हो रहा है तो इसी पर सभापति ने आपत्ति जताई. सभापति जगदीप धनखड़ ने  मल्लिकार्जुन खरगे से पूछा कि खरगे जी क्या आप मानते हैं कि माइक बंद हो रहा है. आपका (खरगे) 54 साल का अनुभव और आप जानते हैं. आपसे लोगों को सीखने की जरूरत है.


शक्ति सिंह गोहिल को पड़ी डांट


प्रमोद तिवारी के बाद स्पीकर ने शक्ति सिंह गोहिल को भी डांटते हुए कहा कि आपको समझ नहीं आ रहा है. अगर आपको समझ नहीं आता है तो मेडिकल हेल्प की जरूरत है. बता दें कि इससे पहले भी राज्यसभा में पिछले सत्र के दौरान नीट पेपर के मुद्दे पर काफी हंगामा हुआ था. नीट को लेकर विपक्ष लगातार सरकार से कार्रवाई करने की मांग कर रहा है, जबकि सरकार का कहना है कि सीबीआई मामले की जांच कर रही है और दोषियों पर जल्द कार्रवाई की जाएगी.


सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच की मांग


मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री मोदी के बयानों का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने चुनावों के दौरान समाज को बांटने वाले बयान दिए. सीबीआई जैसी एजेंसी का दुरुपयोग हुआ. जेपी नड्डा ने खरगे के इस बयान पर आपत्ति दर्ज करवाई. खरगे ने कहा कि हेमंत सोरेन को जबरन जेल में डाला गया, अब हाई कोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी है. दिल्ली के सीएम के साथ भी ऐसा ही हुआ. वह छूटे लेकिन फिर से फंसाया गया. यह कदम संविधान के खिलाफ है और जनता इसे माफ नहीं करेगी. खरगे ने पीएम पर हमला करते हुए आगे कहा कि देश में पिछले 7 साल में 70 पेपर लीक हुए, 2 करोड़ नौजवानों का भविष्य चौपट हुआ, पेपर लीक की खबरें छपती रहीं, शिक्षा मंत्री ने उससे इनकार कर दिया. पेपर लीक में एनडीए के नेताओं का नाम सामने आ रहा है. क्या इसी वजह से नीट मामले पर पीएम चर्चा नहीं चाहते हैं. सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में नीट  मामले की जांच होनी चाहिए.


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