नई दिल्ली: दिल्ली दंगो को लेकर क्राइम ब्रांच की दायर चार्जशीट पर अब सियासी बवाल शुरू हो गया है. इस मामले पर दिल्ली पुलिस प्रवक्ता ने रविवार को अपना पक्ष रखा है.


दिल्ली पुलिस का कहना है कि सोशल मीडिया और दूसरे प्लेटफॉर्म पर कुछ लोग दिल्ली पुलिस की दंगो को लेकर जांच पर सवाल उठा रहे है. कहा जा रहा है कि एन्टी सिएए प्रोटेस्टर, सोशल एक्टिविस्ट और कुछ छात्रों को पुलिस फसा रहीं है. दिल्ली पुलिस ने रविवार को कहा कि ये उनके सवाल गलत और मोटिवेटेड है.


दिल्ली पुलिस ने जांच की रिपोर्ट कोर्ट मे दाखिल कर दी है. पुलिस ने बेहद प्रोफ़ेशनल तरीके से जांच की है. दिल्ली दंगो को लेकर पुलिस ने 751 एफआईआर दर्ज की है. इतना ही नहीं दंगों को लेकर पुलिस ने 1575 लोगों को गिरफ्तार किया है.


दिल्ली पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि अब तक 250 से ज्यादा चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की जा चुकी है. जिनमें 1153 लोगो को आरोपी बनाया गया है. दिल्ली पुलिस के अधिकारीयों ने बताया कि इन 1153 गिरफ्तारियां में 571 हिंदू और 542 मुस्लिम शामिल है.


इन आंकड़ों के जरिए दिल्ली पुलिस की कहीं ना कही कोशिश यही साबित करने की है कि उनकी जांच बेहद निष्पक्ष थी और गिरफ्तारियां लगभग दोनों समुदाय के लोगों की हुई है. दिल्ली पुलिस पर जबरन फंसाने के जो आरोप लगाए जा रहे हैं वह बिल्कुल निराधार है. आपको बता दें दिल्ली दंगो में 53 लोगों की जान गई थी और 581 से ज्यादा लोग घायल हुए थे.


दिल्ली में हुई इस हिंसा में 108 पुलिसकर्मी भी घायल हुए थे जबकि दो पुलिसकर्मियों की जान भी चली गई थी.


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