Parliament Winter Session: संसद के शीतकालीन सत्र के दूसरे हफ्ते की शुरूआत भी हंगामेदार रही. विपक्ष के हंगामे के चलते राज्यसभा की कार्यवाही पूरे दिन बाधित रही. इस हंगामे के चलते महंगाई जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे पर होने वाली बहस भी नहीं हो सकी और ना ही गृह मंत्री अमित शाह के नागालैंड पर दिए गए बयान पर मौका मिलने के बावजूद विपक्ष ने किसी तरह का स्पष्टीकरण मांगा.


दूसरे हफ्ते की शुरुआत हंगामे से ही हुई. संसद के दोनों सदनों की कार्रवाई शुरू होने से पहले ही राज्यसभा में विपक्षी दलों के नेता गांधी प्रतिमा पर प्रदर्शन कर रहे निलंबित सांसदों के समर्थन में खड़े हुए और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इसके बाद जब विपक्षी सांसद सदन के अंदर पहुंचे तो लोकसभा में तो कार्यवाही फिर भी सुचारू ढंग से चलती रही लेकिन राज्यसभा में कार्यवाही लगातार बाधित होती रही.


राज्यसभा की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू हुई लेकिन कुछ ही मिनटों के अंदर 12 बजे तक स्थगित कर दी गई. इसके बाद 12 बजे कार्यवाही शुरू हुई लेकिन विपक्षी दलों के हंगामे के चलते कार्यवाही एक बार फिर 2 बजे तक स्थगित हो गई. 2 बजे महंगाई के मुद्दे पर विपक्षी सांसदों द्वारा दिए गए नोटिस पर चर्चा होनी थी लेकिन विपक्षी सांसदों की लगातार नारेबाजी और प्रदर्शन के चलते कार्यवाही 3 बजे तक स्थगित हो गई.


एक बार फिर जब 3 बजे कार्यवाही शुरू हुई तो वह इसी हंगामे की भेंट चढ़ी और 4 बजे तक स्थगित हो गई. 4 बजे गृह मंत्री अमित शाह ने नागालैंड में घटी घटना पर सदन के सामने बयान दिया लेकिन जिस दौरान गृहमंत्री बयान दे रहे थे उस दौरान भी विपक्षी सांसद लगातार नारेबाजी कर रहे थे और उसका नतीजा ये हुआ कि गृहमंत्री के बयान देने के साथ ही सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गई.


विपक्षी सांसदों के लगातार इस हंगामे के चलते हैं राज्यसभा के चेयरमैन वेंकैया नायडू और उपसभापति हरिवंश ने भी विपक्षी सांसदों से सुबह से लेकर शाम तक कई बार नाराजगी जाहिर की और समझाने की भी कोशिश की. चेयर की तरफ से लगातार कहा गया कि विपक्षी सांसदों के इस हंगामे के चलते कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा नहीं हो पा रही है.


लगातार स्थगित हो रही इस कार्रवाही और महंगाई जैसे मुद्दे पर चर्चा ना हो पाने की वजह सत्तारूढ़ सांसदों और नेताओं ने विपक्ष के हंगामे को बताया. बीजेपी सांसद सुशील मोदी ने कहा कि विपक्ष भले ही महंगाई जैसे मुद्दे पर चर्चा की बात कर रहा हो लेकिन वो खुद चर्चा नहीं चाहते और इसी वजह से इस तरह से हंगामा कर वह उससे भाग रहे हैं.


सुशील मोदी ने कहा कि इसके अलावा विपक्ष के पास मौका था कि वो गृह मंत्री के बयान पर उनसे स्पष्टीकरण ले सके लेकिन विपक्ष ने वो भी नहीं किया जबकि सुबह से विपक्ष इसकी मांग कर रहा था. सत्तारूढ़ पार्टी की तरफ से विपक्ष को सदन का समय बर्बाद करने के आरोपों में कटघरे में खड़ा किए जाने पर विपक्षी सांसदों का कहना था जिस तरह से 12 सांसदों का निलंबन किया गया वह उसको लेकर अपना विरोध दर्ज करवा रहे थे.


कांग्रेसी सांसद आनंद शर्मा ने कहा की उनकी मांग यही थी कि जिन सांसदों को निलंबित किया गया है उनको भी सदन में बुलाकर चर्चा में हिस्सा लेने की अनुमति दी जाए लेकिन ऐसा नहीं किया गया और इसी वजह से विपक्ष का हंगामा जारी रहा. कुल मिलाकर विपक्ष के हंगामे के चलते राज्यसभा की कार्यवाही पूरे दिन स्थगित होती रही.


वैसे ये कोई पहला मौका नहीं है इससे पहले शीतकालीन सत्र के पहले हफ्ते के दौरान भी कुछ इसी तरीके से प्रदर्शन होता रहा था और उसके चलते राज्यसभा में कई घंटों की कार्रवाई अब तक इसी हंगामे की भेंट चढ़ चुकी है.


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