Indian Army: अग्निपथ योजना के खिलाफ देशभर में प्रदर्शन हो रहे हैं. इस बीच तीनों सेनाओं ने अपने एक बयान में कहा कि अग्निपथ_योजना को वापस नहीं लिया जाएगा. वहीं अग्निपथ योजना के लिए नियम और शर्तें भारतीय सेना भर्ती वेबसाइट पर अपलोड की गई है. इन नियमों के अनुसार इस अग्निपथ योजना के तहत भर्ती हुए अग्निवीर ऑफिसियल सीक्रेट एक्ट 1923 से बंधें होंगे. इस एक्ट के अनुसार अग्नीवीर किसी भी तरह की क्लासीफाइड जानकारी का खुलासा किसी अवांछित शख्स को नहीं कर पाएंगे.
नियमों और शर्तों के अनुसार, वे भारतीय सेना के विषय को नियंत्रित करने वाले मौजूदा दिशानिर्देशों के अनुसार सम्मान और पुरस्कार के हकदार होंगे. अग्निवीरों को किसी भी रेजिमेंट/यूनिट में तैनात किया जा सकता है और संगठन के हित में अन्य रेजिमेंटों/यूनिटों में स्थानांतरित किया जा सकता है.
बता दें कि तीनों सेनाओं की तरफ से अग्निपथ योजना को लेकर आज एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस (Army Joint Press Conference) की गई. जिसमें इस योजना के फायदों के बारे में बताया गया. दिसंबर में 25 हजार अग्निवीरों का पहला बैच थलसेना में शामिल हो जाएगा. एयर मार्शल झा ने बताया कि पांच दिन बाद यानी 24 जून को वायुसेना में अग्निवीरों की भर्ती का नोटिफिकेशन जारी कर दिया जाएगा. इसके ठीक एक महीने बाद यानी 24 जुलाई को ऑनलाइन एग्जाम आयोजित किया जाएगा. एयर मार्शल झा के मुताबिक, दिसंबर के महीने में अग्निवीरों का पहला बैच वायुसेना में शामिल हो जाएगा और 30 दिसंबर से अग्निवीरों की ट्रेनिंग भी शुरु हो जाएगी.
25 जून तक नौसेना में भर्ती के लिए विज्ञापन जारी
नौसेना के चीफ ऑफ पर्सनल (SOP), वाइस एडमिरल डी के त्रिपाठी ने बताया कि अग्निवीरों के पहले बैच में महिला और पुरूष दोनों शामिल होंगे. 25 जून तक नौसेना में भर्ती के लिए विज्ञापन जारी कर दिया जाएगा और 21 नवंबरको अग्निवीर के पहले बैच को आईएनएस चिल्का नेवल बेस पर ट्रेनिंग के लिए रिपोर्ट करना होगा. अग्निपथ योजना के तहत महिला-अग्निवीरों को समंदर में युद्धपोत पर तैनात करने की भी पूरी तैयारी कर ली गई है. वाइस एडमिरल त्रिपाठी ने ये भी बताया कि फिलहाल नौसेना की 30 महिला-अधिकारी अलग-अलग युद्धपोत पर तैनात हैं. ऐसे में यु्द्धपोतों पर अग्निवीर महिला-नौसैनिकों की तैनाती की भी पूरी तैयारी कर ली गई है.
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