नई दिल्ली: पिछले कई दिनों से जारी रुपये की गिरावट आज यानी सोमवार को भी जारी रही. कच्चे तेल की कीमतों में उछाल और उभरती अर्थव्यवस्था वाले बाजारों में कमजोरी के रुख के कारण रुपया आज डॉलर के मुकाबले 45 पैसे की एक और बड़ी गिरावट के साथ 72.57 के साथ अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया. यह रुपया का अब तक का सबसे कमजोर स्तर है. हालांकि शुक्रवार को रुपए में अच्छी रिकवरी देखने को मिली थी और यह 26 पैसे की बढ़त के साथ 71.73 के स्तर पर बंद हुआ था.
क्या है गिरावट की वजह
क्रूड ऑयल में तेजी से डॉलर में मजबूती और रुपए में दबाव देखने को मिला है. वहीं बीते दिनों में अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वॉर, तुर्की और अर्जेंटीना में करेंसी संकट ने रुपए की कमर तोड़ दी है. पिछले छह महीने में रुपया 9.5 फीसदी तक फिसल गया है. वहीं इस साल अब तक रुपए में करीब 12 फीसदी तक की कमजोरी देखने को मिली है. बता दें कि इमर्जिंग मार्केट की करंसी में कमजोरी, क्रूड की कीमतें हाई बनी रहने और डॉलर की डिमांड बढने से रुपए पर दबाव है.
अंतराष्ट्रीय वजहों से जारी है रुपये में गिरावट
ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंध और वेनेजुएला के बिगड़े हुए घरेलू हालातों के कारण कच्चे तेल की कीमतें ऊंची बनी हुई हैं. अमेरिका ने अपने व्यापारिक साझेदारों के साथ ट्रेड वॉर छेड़ रखा है जिसकी वजह से दुनिया भर की करेंसी में लगातार गिरावट हो रही है. अमेरिका, मैक्सिको और कनाडा के साथ अपने नाफ्टा समझौते को रद्द करने की बात कर रहा है. जिस वजह से भी अंतराष्ट्रीय बाजार में गहमागहमी का माहौल बना हुआ है.