Ram Mandir Inauguration: 22 जनवरी को रामलला के भव्य मंदिर में विराजमान होने से पहले ही भगवान राम के नाम का एक तारा आसमान में जगमगा रहा है. भगवान श्रीराम के नाम के इस तारे को जम्मू के शिक्षाविद रूपेश मेसन ने रजिस्टर कराया है. यह तारा अंतरिक्ष में ड्रैगन ऑसिलेशन में दिखाई देगा.
तारों को रजिस्टर करने के लिए इंटरनेशनल एस्ट्रोनॉमिकल यूनियन नियम बनाती है. इसने साल 2016 में नाम देने के लिए एक वर्किंग ग्रुप ऑन स्टार नेम गठित किया था. तारों को नाम देने के लिए डेटाबेस को येल और हावर्ड यूनिवर्सिटी मेंटेन करती है, जिसमे नासा नए नए अपडेट एड करती रहती है.
किसके नाम पर रजिस्टर हो सकता है तारा?
गौरतलब है कि आसमान में चमक रहे अधिकतर तारों का नाम नहीं है. इसलिए तारों का अल्फा न्यूमेरिक नाम रखा गया है. हालांकि, ऐसा नहीं है कि कोई भी शख्स अपने नाम का तारा रजिस्टर कर सकता है, बल्कि यह तारे उन्हीं के नाम रजिस्टर होते हैं, जिनका इतिहास में कोई योगदान हो. इसके अलावा अगर कोई शख्स नया तारा ढूंढता है तो वह उस नए तारे को अपने नाम पर रख सकता है.
भगवान राम को देना चाहते थे तोहफा
रूपेश जब से राम मंदिर के उद्घाटन की खबरें सामने आई हैं, तब से वह यही सोच रहे थे कि भगवान राम को ऐसा क्या तोहफा दें कि दुनिया उन्हें याद रखे. इस दौरान उनके किसी परिचित ने उन्हें बताया कि आसमान में तारे रजिस्टर कराए जा सकते हैं जिसके बाद उन्होंने इसके लिए कवायद शुरू की.
हालांकि, रूपेश ने यह नहीं बताया कि उन्हें भगवान नाम राम के नाम तारा रजिस्टर करने के लिए कितने पैसे खर्च करने पड़े और उन्होंने इस सवाल को टाल दिया. बता दें कि 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठान समारोह के लिए जोर-शेर से तैयारियां हो रही हैं और इसके लिए मेहमानों को निमंत्रण भी भेजा जा चुका है.
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