नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को शुक्रवार को रूस द्वारा ‘आर्डर ऑफ द सेंट एंड्रू द एपोस्टल’ सम्मान दिए जाने की घोषणा की गई. भारत और रूस के बीच द्विपक्षीय संबंधों को प्रोत्साहित करने में उत्कृष्ट योगदान के लिए पीएम मोदी को इस सम्मान के लिए चुना गया है.


रूसी दूतावास के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. अधिकारी ने बताया कि ‘आर्डर आफ द सेंट एंड्रू द एपोस्टल’ रूस का सर्वोच्च सरकारी सम्मान है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों को प्रोत्साहित करने में उत्कृष्ट योगदान के लिए इस सम्मान के लिए चुना गया.


बता दें कि इस पुरस्कार की स्थापना 17वीं शताब्दी के अंत में रूस के तत्‍कालीन सम्राट ज़ार पीटर प्रथम ने की थी. इस सम्‍मान को अन्‍य पुरस्‍कारों के साथ अक्‍टूबर 1917 की क्रांति के बाद समाप्त कर दिया गया था. लेकिन, जुलाई 1998 में रूसी राष्‍ट्रपति बोरिस येल्‍तसिन द्वारा इसे दोबारा शुरू किया गया.


पीएम मोदी ने दिया धन्यवाद






इस पुरस्कार के बारे में जानकारी मिलने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन को धन्यवाद दिया. उन्होंने लिखा, '' इस प्रतिष्ठित पुरस्कार को प्राप्त कर के मैं सम्मानित महसूस कर रहा हूं. मैं राष्ट्रपति पुतिन और रूस के लोगों को धन्यवाद देता हूं. भारत-रूस मित्रता की नींव गहरी है और हमारी साझेदारी का भविष्य उज्ज्वल है. दोनों देशों के बीच व्यापक सहयोग से हमारे नागरिकों के लिए असाधारण परिणाम सामने आए हैं.


बता दें कि कुछ दिन पहले ही संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को द्विपक्षीय रणनीतिक संबंधों को 'काफी बढ़ावा' देने के लिए प्रतिष्ठित जायद मेडल से सम्मानित किया था. यूएई के राष्ट्रपति शेख खलीफा बिन जायद अल नाहयान ने राजाओं, राष्ट्रपतियों और राष्ट्राध्यक्षों को दिए जाने वाले इस सर्वोच्च सम्मान से प्रधानमंत्री मोदी को सम्मानित किया.


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