व्लादिवोस्तोक: रूस के व्लादिवोस्तोक में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम को संबोधित किया. इस दौरान पीएम मोदी ने दोहराया कि हमारा भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य है. इस दौरान पीएम मोदी ने बताया कि रूस और भारत के बीच आज ऊर्जा और स्वास्थ्य क्षेत्रों समेत करीब 50 समझौते हुए हैं.


यहां के लोगों ने साहस और इनोवेशन से प्राकृति की चुनौतियों पर विजय पाई- मोदी


पीएम मोदी ने कहा, ''यहां के लोगों ने अपने अथक परिश्रम, साहस और इनोवेशन से प्राकृति की चुनौतियों पर विजय पाई है. यहीं नहीं कला, विज्ञान, साहित्य, स्पोर्ट्स, इंडस्ट्री और एडवेंचर मानव गतिविधि का ऐसा कोई एरिया नहीं है जिसमें पूरब के लोगों ने, व्लादिवोस्तोक के बाशिंदे ने, असफलता हासिल की हो. साथ ही, उन्होंने रूस और उसके मित्रों के लिए भी अनेक अवसर बनाए हैं. फ्रोजेन लौंड को क्यारी में बदलकर एक सुनहरे भविष्य का आधार तैयार किया है. दो साल पहले राष्ट्पति पुतिन ने मुझे सेंट पिटर्सबर्ग इकोनोमिक फोरम में आमंत्रित किया था.''


यूरेशिया और पैसिफिक का संगम है व्लादिवस्तोक


पीएम मोदी ने आगे कहा, ''यूरोप के फ्रंटियर्स से पैसिफिक के गेटवे तक मेरी भी एक प्रकार से ट्रांस साइबेरियन यात्रा हो गई है. व्लादिवस्तोक यूरेशिया और पैसिफिक का संगम है. यह आर्कटिक और नॉर्दन सी रूट के लिए नए अवसर खोलता है. रूस का करीबन तीन चौथाई भू भाग एशियाई है. सुदूर पूर्व इस महान देश की एशियन पहचान को सुदृढ़ करता है. इस क्षेत्र का आकार भारत से करीब दोगुना है, इसकी आबादी सिर्फ 6 मिलियन है. लेकिन यह सीजन खनीज, ऑयल और गैस जैसे प्राकृतिक संसाधनों का धनी है.''


पीएम मोदी ने कहा, ''रूस ईईएफ में आने का चुनाव नतीजों से पहले ही न्योता मिल गया था.'' उन्होंने दोनों देशों के बीच के रिश्ते और निवेश को लेकर कहा, ''भारत और फार इस्ट का रिश्ता आज का नहीं है. यह रिश्ता काफी पुराना है. भारत वह पहला देश है जिसने व्लादिस्तोक में अपना कॉन्सुलेट खोला. उससे पहले भी भारत और रूस के बीच भरोसे का रिश्ता था.'' उन्होंने कहा, ''रक्षा और विकास के लिए बहुत से साजो-सामान व्लादिवस्तोक के जरिए भारत पहुंचता था. दोनों देश एक-दूसरे के लिए सुख-सम-द्धि का हिस्सा बन रहा है. भारत ने यहां एनर्जी सेक्टर और दबसरे रिसॉर्स जैसे डाइमंड में महत्वपूर्ण निवेश किया.सखालिन का ऑयल फिल्ड भारतीय निवेश की सफलता का बेहतरीन उदाहरण है.''


ईस्टर्न इकॉनोमिक फोरम में पीएम मोदी ने आगे कहा, '' रूस की विविधता, लोगों की प्रतिभा और टेक्नोलॉजी ने मुझा काफी प्रभावित किया. इनमें प्रगति और सहयोग की आपार संभावनाएं मैंने महसूस की है.'' उन्होंने आगे कहा, '' भारत और रूस के साथ आनेपर विकास की रफ्तार को 1+1= 11 बनाने का मौका है. हाल ही में हमारे देश से कई नेता यहां पर आए और कई विषयों पर चर्चा की.''


पूर्वी हिस्से के सभी 11 गवर्नरों को भारत आने का न्योता


PM मोदी ने इस दौरान रूस के इस पूर्वी हिस्से के सभी 11 गवर्नरों को भारत आने का न्योता दिया है. पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत-रूस के संबंध ऐतिहासिक मुकाम पर हैं. भारत और रूस मिलकर स्पेस की दूरियां पार करेंगे और समंदर की गहराइयों को मापेंगे. उन्होंने कहा कि जल्द ही चेन्नई और व्लादिवोस्तोक के बीच शिप चलेंगे.