व्लादिवोस्तोक: दो दिन के रूस दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ जहाज से शिप बिल्डिंग प्लांट देखने गए. इस दौरान पीएम मोदी ने शिप बिल्डिंग प्लांट के प्रबंधकों और कर्मचारियों से बातचीत भी की. पीएम मोदी पुतिन के साथ शिखर वार्ता करेंगे और ‘पूर्वी आर्थिक मंच’ में शामिल होंगे.
पहली बार रूस के पूर्वी सुदूर क्षेत्र की यात्रा कर रहा है कोई भारतीय प्रधानमंत्री
बता दें कि ऐसा पहली बार है जब कोई भारतीय प्रधानमंत्री रूस के पूर्वी सुदूर क्षेत्र की यात्रा कर रहा है. पीएम मोदी के यार्ड के दौरे के समय राष्ट्रपति पुतिन भी उनके साथ थे. ज्वेज्दा यार्ड जाने से पहले दोनों नेताओं ने एक दूसरे को गले लगाया और हाथ मिलाया.
तेल और द्रवित प्राकृतिक गैस पहुंचाने में किया जाएगा पोतों का इस्तेमाल
‘तास’ संवाद समिति ने पुतिन के सहयोगी यूरी उशाकोव के हवाले से बताया कि भविष्य में इस यार्ड पर निर्मित पोतों का ‘‘प्रयोग भारत समेत वैश्विक बाजार में रूसी तेल और द्रवित प्राकृतिक गैस पहुंचाने में किया जाएगा’’. रूसी संवाद समिति के अनुसार रोसनेफ्ट, रोसनेफ्टगाज और गजप्रॉमबैंक का संघ ‘फार ईस्टर्न शिपबिल्डिंग एंड शिप रिपेयर सेंटर’ में ज्वेज्दा पोत यार्ड का निर्माण कर रहा है.
यार्ड के दौरे के बाद दोनों नेता 20वीं भारत-रूस वार्षिक शिखर वार्ता करेंगे. इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी का रूस की तीसरी द्विपक्षीय यात्रा पर व्लादिवोस्तोक हवाईअड्डा पहुंचने पर गर्मजोशी से स्वागत किया गया. रूस रवाना होने से पहले मोदी ने कहा था कि वह पुतिन के साथ परस्पर हितों के क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा करने को लेकर उत्साहित हैं.
अंतरराष्ट्रीय मुद्दों के सभी आयामों पर चर्चा को लेकर आशान्वित- मोदी
रूस यात्रा पर रवाना होने से पहले पीएम मोदी ने कहा था, ‘‘मैं अपने मित्र राष्ट्रपति पुतिन के साथ हमारे द्विपक्षीय संबंधों और आपसी हितों से संबंधित क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों के सभी आयामों पर चर्चा को लेकर आशान्वित हूं. ’’ मोदी ने कहा था, ‘‘मैं पूर्वी आर्थिक मंच की बैठक में हिस्सा लेने वाले वैश्विक नेताओं के साथ मुलाकात और इसमें हिस्सा लेने वाले भारतीय उद्योगों और कारोबारी प्रतिनिधियों से चर्चा को लेकर भी उत्सुक हूं.’’
उन्होंने कहा था कि यह मंच रूस के सुदूर पूर्वी क्षेत्र में कारोबार और निवेश अवसरों के विकास पर जोर देने और इस क्षेत्र में भारत और रूस के बीच साझा लाभ के लिये सहयोग बढ़ाने का व्यापक अवसर प्रदान करता है.
यह भी पढ़ें-
यूनिसेफ कार्यक्रम में पाकिस्तान ने छेड़ा कश्मीर राग, कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने दिया करारा जवाब
पाक के तेवर ढीले, जीवनरक्षक दवाओं की कमी के बाद भारत के साथ बहाल किया आंशिक व्यापार