Russia- Ukraine Crisis: रूस यूक्रेन संकट में फंसे भारतीय छात्र, जानें क्यों आई उन्हें पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की याद
Russia- Ukraine Crisis: भारत यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों और लोगों को वापस लाने की हर संभव कोशिश कर रहा है. वहां फंसे नागरिकों की घर वापसी के लिए ऑपरेशन भी शुरू किए गए है.
Russia- Ukraine Crisis: रूस और यूक्रेन के बीच स्थिति काफी तनावपूर्ण हो गई है. एक तरफ जहां रूस कल से लगातार यूक्रेन के कई हिस्सों पर हमला कर रहा है वहीं अब यूक्रेन ने भी जवाबी कार्रवाई करने की ठान ली है. इस युद्ध के माहौल में जो सबसे ज्यादा डरी हुई है, वह हैं यूक्रेन का जनता. यूक्रेन की राजधानी कीव के उपर रूसी फाइटर प्लेन मंडरा रहे हैं, जगह-जगह बमबारी हो रही है. ऐसे में कई भारतीय छात्र पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को याद कर रहे हैं.
बता दें कि भारत यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों और लोगों को वापस लाने की हर संभव कोशिश कर रहा है. वहां फंसे नागरिकों की घर वापसी के लिए ऑपरेशन भी शुरू किए गए है. पीएम नरेंद्र मोदी ने एक हाई लेवल मीटिंग की है. इसी क्रम में सोशल मीडिया पर सुषमा स्वराज को याद करते छात्रों के परिजनों को देखा गया.
भारतीय के आ रही है सुषमा स्वराज की याद
सोशल मीडिया पर भारतीय यूजर जिस तरह सुषमा स्वराज को याद कर रहे हैं उसे देखकर साफ नजर आ रहा है सभी को सुषमा स्वराज के काम करने का तरीका काफी पसंद था.
At least in Sushma Swaraj days, the MEA used to take care of these things in time. Under the current MEA, the priority is more on throwing tantrums about people criticizing Modi, and keeping an eye on Indians abroad protesting against Modi
— Gaurav Sabnis 🇮🇳🇺🇸 (@gauravsabnis) February 24, 2022
Not this absolutely basic job. https://t.co/N51DiHCFDX
If Sushma Swaraj were alive today, she would have moved heaven and earth but brought Indian students stuck in #Ukraine back to India.
— Roshan Rai (@ItsRoshanRai) February 24, 2022
Leaders like her are rare, India misses a mother today.
Sometimes you do miss Sushma Swaraj. https://t.co/o8OTBLRKAz
— indistinct chatter (@herlazyness) February 24, 2022
20 हजार भारतीय छात्र और नागरिक फंसे
एक रिपोर्ट की माने तो फिलहाल यूक्रेन में 20 हजार भारतीय छात्र और नागरिक फंसे हुए हैं. इन छात्रों में ज्यादा संख्या में मेडिकल पढ़ रहे छात्र हैं. इस वक्त भारत में छात्रों के परिवार वाले काफी परेशान हैं. वह लगातार सरकार से उनके बच्चों को वापस लाने की गुहार लगा रहे हैं. ऐसे में उन्हें पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की याद आ रही है.
सुषमा स्वराज ने की थी 90 हजार भारतीयों की मदद
सुषमा स्वराज के कार्यकाल में एक ट्वीट पर भारत का जहाज विदेशों में फंसे भारतीयों को लाने पहुंच जाता था. लोगों उनका काम करने का तरीका काफी पसंद आता रहा है. साल 2014 से 19 तक विदेश मंत्री के पद पर रहीं सुषमा ने देश के लिए विदेश मंत्री की एक अलग छवी बनाई थी. अपने पांच वर्षों के कार्यकाल में सुषमा स्वराज ने 186 देशों में 90 हजार से अधिक भारतीयों तक मदद पहुंचाई थी.
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