रोमानिया के बुखारेस्ट में लैंड हुई Air India की स्पेशल फ्लाइट, फंसे भारतीयों को निकालने का काम शुरू
अधिकारियों ने बताया कि जो भी भारतीय नागरिक सड़क मार्ग से यूक्रेन-रोमानिया सीमा पर पहुंच गये हैं, उन्हें भारत सरकार के अधिकारी बुखारेस्ट ले जायेंगे ताकि उन्हें एयर इंडिया की उड़ानों के जरिए स्वदेश लाया जा सके.
भारतीयों को स्वदेश लाने के लिए बुखारेस्ट भेजा गया एयर इंडिया का विमान वहां लैंड हो चुका है. यह विमान आज तड़के मुंबई से रवाना हुआ था. बुखारेस्ट से भारतीयों को एयरलिफ्ट करने के बाद यह विमान वापस मुंबई के लिए उड़ान भरेगा. यह विमान Boeing 787 है और इसमें 250 से ज्यादा यात्री एक साथ आ सकते हैं.
वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों ने बताया कि उड़ान संख्या एआई1943 ने तड़के करीब तीन बजकर 40 मिनट पर मुंबई हवाईअड्डे से उड़ान भरी थी और वह भारतीय समयानुसार सुबह करीब साढ़े दस बजे बुखारेस्ट हवाईअड्डे पर लैंड हुई थी.
रक्षामंत्री ने जताई शांति बहाल होने की उम्मीद
वहीं इस अभियान पर बोलते हुये रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि यूक्रेन में फंसे लोगों को भारत सरकार अपने खर्च पर वापस लाएगी. वहां से कई लोग आ भी चुके हैं. हमारे विदेश मंत्री एस जयशंकर ने यूक्रेन के विदेश मंत्री से बातचीत की है. उन्हें यहां सुरक्षित लाने की व्यवस्था चल रही है. हम चाहते हैं कि वहां जल्द जल्द से हालात सामान्य हो जाएं.
सड़क मार्ग से यूक्रेन और रोमानिया पहुंचे स्टूडेंट
अधिकारियों ने बताया कि जो भी भारतीय नागरिक सड़क मार्ग से यूक्रेन-रोमानिया सीमा पर पहुंच गये हैं, उन्हें भारत सरकार के अधिकारी बुखारेस्ट ले जायेंगे ताकि उन्हें एयर इंडिया की उड़ानों के जरिए स्वदेश लाया जा सके. एयर इंडिया यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को स्वदेश लाने के लिए बुखारेस्ट और हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट के लिए शनिवार को और उड़ानें संचालित करेगी.
गौरतलब है कि रूस से आक्रमण के चलते एयर इंडिया की दूसरी फ्लाईट शाम 4.15 की है, जो दिल्ली से बुडापेस्ट (हंगरी) के लिए उड़ान भरेगी. वहीं यूक्रेन में बिगड़ती स्थिति के बीच सभी भारतीय नागरिकों को भारतीय दूतावास की तरफ से सलाह दी गई है कि वे बॉर्डर पोस्ट पर भारत सरकार के अधिकारियों के साथ पूर्व समन्वय के बिना नहीं जाएं.
यूक्रेन में आज युद्ध का तीसरा दिन
गौरतलब है कि रूस और यूक्रेन के बीच आज युद्ध का तीसरा दिन है और यूक्रेन में पढ़ने गए भारतीय मूल छात्र और छात्राओं को भारत सरकार वहां से रेस्क्यू करने की कोशिश में लगी हुई है. उल्लेखनीय है कि यूक्रेन के राष्ट्रपति ने रूस की सेनाओं के सामने हथियार डालने से इंकार कर दिया है.
यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की देश में डटे हुए हैं. उन्होंने एक वीडियो के जरिए इसकी पुष्टि की है. जेलेंस्की ने एक वीडियो जारी कर कहा कि हम यहां कीव में हैं और यूक्रेन की रक्षा कर रहे हैं.'' इससे पहले एक अन्य वीडियो में उन्होंने कहा था कि मैं यूक्रेन में हूं. मेरा परिवार यूक्रेन में है. मेरे बच्चे यूक्रेन में हैं. वे गद्दार नहीं हैं. वे यूक्रेन के नागरिक हैं. हमें जानकारी मिली है कि दुश्मन (रूस) के पहले टारगेट पर मैं हूं और मेरा परिवार दूसरे नंबर का टारगेट पर है.'