Russia Ukraine War: रूस यूक्रेन युद्ध के बीच अमेरिका हमेशा ही रूस को लेकर सख्त रुख अपनाता रहा है. अमेरिका ने कईं बार अन्य देशों को मॉस्को के साथ व्यापार नहीं करने की हिदायत दी है. अमेरिका की बातों पर अमल करते हुए कई देशों ने रूस पर प्रतिबंध भी लगाए हैं. 


इस बीच अब थिंक टैंक सेंटर फॉर रिसर्च ऑन एनर्जी एंड क्लीन एयर (CREA) की एक रिपोर्ट सामने आई है. इस रिपोर्ट के अनुसार US ने भारत की तुलना में रूस से ज्यादा ईंधन खरीदा है. दरअसल हाल ही में रूस ने भारत को सस्ते में कच्चा तेल खरीदने का ऑफर दिया था जिसके बाद अमेरिका भारत पर भड़क उठा था. 


ऑफर के बाद भारत ने खरीदा 30 मिलियन बैरल कच्चा तेल 


रूस के ऑफर के बाद रिलायंस समेत कुछ और कंपनियों ने कुल 30 मिलियन बैरल कच्चा तेल खरीदा. कच्चा तेल खरीदने पर भारत के अधिकारियों ने कहा कि मॉस्को से मिल रहे छूट के बाद भी भारतीय खरीदारों पर कोई खास असर नहीं पड़ा है. उन्होंने कहा कि रूस द्वारा दिए गए ऑफर में कहा गया था कि पहले तेल की डिलीवरी लेने के बाद शिपिंग कराइए. ऐसे में भारतीय तेल खरीदारों को शिपिंग चार्ज, इंश्योरेंस और वॉर प्रीमियम देना होगा. जिसे देखते हुए भारी डिस्काउंट का कोई मतलब नहीं बचता है. 


अमेरिका ने किया रूस से ज्यादा कच्चा तेल आयात


वहीं CREA की रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि रूस यूक्रेन के बीच युद्ध की शुरुआत के बाद से अमेरिका ने भारत से ज्यादा रूस से कच्चा तेल आयात किया है. रूस से ताल खरीदने वाली लिस्ट में भारत 20वें स्थान पर है जबकि अमेरिका को इसी लिस्ट में 18वें नंबर पर रखा गया है. 


ये भी पढ़ें:


Exclusive: अब दिल्ली की विश्वकर्मा कॉलोनी में चलेगा बुलडोजर, ABP News से लोग बोले- हम रोहिंग्या तो क्यों मांंगते हैं वोट?


Narendra Modi Europe visit: कल से शुरू होगा पीएम का 3 दिवसीय यूरोप दौरा, जर्मनी डेनमार्क और फ्रांस से संबंध और बेहतर बनाने पर रहेगा जोर