भारत ने यूक्रेन में मानवीय सहायता भेजने का निर्णय लिया है. पूर्वी यूरोप के इस देश में रूस के हमले के कारण हजारों लोग सीमावर्ती इलाकों की ओर जा रहे हैं, जिससे वहां मानवीय संकट पैदा हो गया है. यूक्रेन में फंसे हुए भारतीयों को वापस लाने के लिए किये जा रहे प्रयासों की समीक्षा के वास्ते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करने के बाद विदेश मंत्रालय ने कहा कि मंगलवार को मानवीय सहायता सामग्री भेजी जाएगी.


विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “प्रधानमंत्री ने इसका संज्ञान लिया कि यूक्रेन की सीमाओं पर मानवीय संकट से निपटने के लिए सहायता आपूर्ति की पहली खेप कल भेजी जाएगी.” भारत में यूक्रेन के राजदूत इगोर पोलिखा द्वारा मानवीय सहायता की मांग करने के बाद भारत ने सहायता आपूर्ति की पहली खेप भेजने की घोषणा की.


वहीं, यूक्रेन पर UN में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टी. एस. तिरुमूर्ति ने भी इसकी जानकारी दुनिया को दी. तिरुमूर्ति ने कहा, "यूक्रेन में मानवीय आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए, भारत सरकार ने दवाओं सहित तत्काल राहत आपूर्ति प्रदान करने का निर्णय लिया है। इन्हें यूक्रेन की जनता के लिए कल (मंगलवार) भेजा जाएगा."


तिरुमूर्ति ने कहा, "यूक्रेन में हो रहे घटनाक्रमों पर भारत चिंतित है... हिंसा की तत्काल समाप्ति को समाप्त करने के लिए हमारा सुविचारित आह्वान एक तत्काल अनिवार्यता है."


बता दें कि भारत अपने लोगों को यूक्रेन से निकालने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है. मंगलवार की सुबह करीब साढ़े पांच बजे विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट कर जानकारी दी कि 'ऑपरेशनगंगा' की नौवीं उड़ान नई दिल्ली के लिए रवाना हो चुकी है.


उन्होंने ट्वीट में लिखा, "हमारे साथी भारतीयों की सुरक्षा सुनिश्चित होने तक प्रयास अविराम जारी रहेंगे. नौवीं ऑपरेशनगंगा उड़ान 218 भारतीय नागरिकों के साथ बुखारेस्ट से नई दिल्ली के लिए रवाना."


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