(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
हिमाचल विधानसभा में गूंजा यूक्रेन में फंसे प्रदेश के छात्रों का मामला, 60 बच्चों के अभिभावकों ने सरकार से किया संपर्क
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (CM Jai Ram Thakur) ने सदन में जानकारी दी कि यूक्रेन में हिमाचल के भी कई छात्र और नागरिक फंसे हुए हैं. सभी को वहां से सुरक्षित लाने के लिए हिमाचल सरकार प्रयास कर रही है.
हिमाचल विधानसभा बजट सत्र के तीसरे दिन सदन की कार्यवाही जैसे ही शुरू हुई सदन में यूक्रेन (Ukraine) में फंसे हिमाचली बच्चों (Himachal Pradesh Students) का मामला उठाया गया. विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने यूक्रेन में फंसे हिमाचल के बच्चों को सुरक्षित लाने का मामला उठाया. मुकेश अग्निहोत्री ने पूछा कि यूक्रेन में हिमाचल के कितने बच्चे फंसे हुए हैं. हवाई सफर निजी कंपनियों की मनमानी के चलते महंगे कर दिए गए हैं. जिसके चलते बच्चे वहां परेशान हैं. सरकार उनको अपने खर्चे पर सुरक्षित लाने के लिए क्या कर रही है? हिमाचल के बच्चों को सरकार सड़क मार्ग या हवाई मार्ग से लाने के लिए प्रयास करे. जब तक बच्चे यूक्रेन में हैं उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जाए.
हिमाचल विधानसभा में गूंजा यूक्रेन में फंसे छात्रों का मामला
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (CM Jai Ram Thakur) ने सदन में जानकारी दी कि यूक्रेन में हिमाचल के भी कई छात्र और आम भारतीय नागरिक फंसे हुए हैं. देशभर के 20 हजार विद्यार्थी यूक्रेन में फंसे हुए हैं. हिमाचल के बच्चे भी वहां फंसे हुए हैं. उनकी सुरक्षा को लेकर चिंता है. केंद्र को लिखा है कि जब तक बच्चे यूक्रेन में है उन्हें सुरक्षित जगह रखा जाए और उनको सुरक्षित वापस लाने के लिए प्रबंध किए जाएं. पीएम ने भी रूस के राष्ट्रपति से बच्चों की सुरक्षा को लेकर बात की है. मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने बताया हिमाचल के कितने बच्चे वहां फंसे हैं उसकी सही जानकारी नहीं है. ये संख्या 100 से ज़्यादा हो सकती है. हिमाचल सरकार ने 1100 हेल्पलाइन में ऐसे बच्चों की जानकारी मांगी गई है. जिसमें 60 लोगों ने संपर्क किया है. बच्चों को सुरक्षित लाने के लिए हिमाचल सरकार हर संभव प्रयास कर रही है.
हिमाचल के कई छात्र यूक्रेन में फंसे, अभिभावक परेशान
उधर यूक्रेन में फंसे हिमाचल के बच्चों के अभिभावक खासे परेशान है. उन्हें अपने बच्चों की चिंता सता रही है. शिमला घनाहट्टी के मेडिकल छात्र कुनाल भी यूक्रेन में फंस गए है. विधानसभा में फ़रियाद लेकर पहुंचे अभिभावकों का कहना है कि उनका बेटा यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई कर रहा है. अब वहां फंस गया है. हालांकि उससे बात हो रही है लेकिन वहां एटीएम नही चल रहे हैं. अगर ऐसा ही माहौल रहा तो आगे समस्या हो सकती है. इसलिए सरकार जल्द से छात्रों को देश लाने का प्रबंध करे. उनके मुताबिक़ एक मेडिकल यूनिवर्सिटी में 200 हिमाचल छात्र पढ़ रहे हैं.
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