रूस और यूक्रेन के बीच भीषण युद्ध चल रहा है. यूक्रेन में हजारों भारतीय छात्र फंसे हुए हैं. इसे लेकर भारत सरकार काफी चिंतित है और लगातार दूसरे देशों के जरिए छात्रों को स्वदेश वापस लाया जा रहा है. अब भारतीय विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा, "रूस से लगते यूक्रेन के इलाकों में फंसे भारतीयों के बारे में बोलते हुए विदेश सचिव ने कहा, "हमारे मास्को में दूतावास से लोगों की एक टीम को वहां भेजा है ताकि उस क्षेत्र की मैपिंग हो जाए और ट्रांसपोर्ट का, खाने का, रहने का इंतजाम किया जाए."
विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा, "अभी तो ये संघर्ष क्षेत्र है. जैसे ही हमें सूचना मिलेगी कि इस क्षेत्र से हम भारतीयों को निकाल सकते हैं, ऑपरेशन चलाकर उन्हें निकाला जाएगा. मेरी आज यूक्रेन और रूस दोनों के राजदूतों से बात हुई. मैंने उनका समर्थन मांगा है." उन्होंने कहा, "भारत सरकार ने ऑपरेशन गंगा चलाया है अपने नागरिकों को यूक्रेन से निकालने के लिए. कई सारी एडवाइज़री पहले भी जारी की गयी. 4 हज़ार लोग पहले ही निकाल लिये गये थे. एयर स्पेस बंद हो जाने के बाद पड़ोसी देशों के ज़रिये लोगों को निकालने की कोशिश की जा रही है."
उन्होंने कहा, "कई सारे कंट्रोल रूम भी तैयार किये गये हैं. हम वहां फंसे लोगों के लिए सिचुएशन के हिसाब से लगातार एडवाइजरी जारी कर रहे हैं. लोगों को सड़क और रेल के ज़रिये यूक्रेन के अलग- अलग शहरों से लोगों को पड़ोसी देशों के बार्डर तक पहुंचने के लिये समय-समय पर एडवाइज़री जारी की जा रही है. बॉर्डर पर हमारे विदेश मंत्रालय के अधिकारी मौजूद हैं. बॉर्डर के आस-पास कुछ शेल्टरलोगों के ठहरने के लिये तैयार किए गए हैं. हमारी कोशिश है कि सभी को जल्द से जल्द निकाला जा सके. प्रधानमंत्री भी चाहते हैं कि जल्द से जल्द से सभी को वहां से निकाला जा सके."
विदेश सचिव ने कहा, "हमने प्लान B भी तैयार किया है. बुडापेस्ट की तरफ़ से लोगों को निकालने की कोशिश की जा रही है. यूक्रेन में तनाव की स्थिति पैदा होते ही भारत सरकार ने ऑपरेशन गंगा शुरू कर दिया है. रोमानिया, हंगरी, पोलैंड आदि जगहों से लोगों को निकाला जा रहा है. यूक्रेन में मार्शल लॉ भी लगा हुआ है, जिसकी वजह से देरी भी हो रही है. 4 फ़्लाइट वहां से निकल चुकी हैं. दो और निकले की तैयारी में हैं."
यह भी पढ़ेंः