कांग्रेस बोली- यूक्रेन में भारतीय छात्र परेशान, लेकिन प्रधानमंत्री चुनाव में व्यस्त, तत्काल कदम उठाए सरकार
कांग्रेस ने शनिवार को आरोप लगाया कि भारत के हजारों छात्र यूक्रेन में फंसे हुए हैं और स्वदेश लौटने के लिए परेशान हैं, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं.
रूस और यूक्रेन के बीच इस वक्त भीषण युद्ध चल रहा है. भारत के हजारों छात्र यूक्रेन में फंसे हुए हैं, जिनको वापस लाने के प्रयास चल रहे हैं. कांग्रेस ने शनिवार को आरोप लगाया कि भारत के हजारों छात्र यूक्रेन में फंसे हुए हैं और स्वदेश लौटने के लिए परेशान हैं, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं. पार्टी ने यह भी कहा कि सरकार को सभी भारतीय नागरिकों को यूक्रेन से सुरक्षित वापस लेने के लिए तत्काल कदम उठाने चाहिए.
राहुल गांधी ने शेयर किया वीडियो
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने यूक्रेन में फंसी दो भारतीय छात्राओं का एक वीडियो साझा करते हुए ट्वीट किया, ‘‘बंकर में मौजूद भारतीय छात्रों का दृश्य परेशान करने वाला है. बहुत सारे छात्र पूर्वी यूक्रेन में फंसे हुए हैं जहां भीषण हमला हो रहा है. मैं उनके चिंतित परिजन के साथ हूं. मैं फिर से भारत सरकार से आग्रह करता हूं कि भारतीय छात्रों को तत्काल बाहर निकाला जाए.’’
Visuals of Indian students in bunkers are disturbing. Many are stuck in eastern Ukraine which is under heavy attack.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 26, 2022
My thoughts are with their worried family members. Again, I appeal to GOI to execute urgent evacuation. pic.twitter.com/alem9nYNgr
इधर, कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने एक बयान में कहा, ‘‘ ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति बनी हुई है कि यूक्रेन में जहां दुनिया की तमाम सरकारें अपने नागरिकों की सुरक्षा को सबसे अधिक तरजीह दे रही हैं, वहीं विश्वगुरु बनने का दम्भ भरने वाली मोदी सरकार ने अपने 20,000 से अधिक नागरिकों को भगवान भरोसे छोड़ दिया है. उनको वहां से सुरक्षित स्वदेश ले आना तो दूर की बात है, आए दिन हमारा विदेश मंत्रालय परस्पर विरोधी परामर्श जारी कर उनकी जान और भी जोखिम में डाल रहा है.’’
सुरजेवाला ने कहा, ‘‘पहले तो भारत सरकार ने यूक्रेन में मौजूद भारतीय नागरिकों को समय रहते वहां से सुरक्षित नहीं निकाला और जब युद्ध शुरू हो गया और यूक्रेन का हवाई क्षेत्र बंद हो गया तो भारतीय दूतावास द्वारा किसी भी पुख़्ता वैकल्पिक इंतज़ाम के अभाव में भारतीय नागरिक अपने आप से यूक्रेन के पड़ोसी मुल्कों की सीमा तक पहुंचने को मजबूर हो गए, ताकि वो स्वदेश लौट सकें.’’
सुरजेवाला ने दावा किया, ‘‘आज स्थिति ये है कि बंकरों और भूमिगत मेट्रो स्टेशनों में शरण लिए हुए हमारे लोग जब भारतीय दूतावास से सम्पर्क करना चाह रहे हैं तो ना कोई फ़ोन उठाता है और ना ही कोई अधिकारी उनकी मदद के लिए उपलब्ध है.’’ उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिक मोदी सरकार की लापरवाही की प्रताड़ना सह रहे हैं तो ऐसी स्थिति में भी देश के प्रधानमंत्री की प्राथमिकता सिर्फ़ चुनाव हैं."
सुरजेवाला ने कहा, "देश के नागर विमानन मंत्री (ज्योतिरादित्य सिंधिया) भाजपा के सदस्यता अभियान में व्यस्त हैं. विदेश मंत्री और उनका मंत्रालय मदद करने के बजाय अफरा तफरी को अंजाम देते रहे. मोदी के पास इस समस्या से तत्काल निपटने के लिए कोई रूपरेखा नहीं है. कांग्रेस पार्टी प्रधानमंत्री से यह मांग करती है कि वो रुस तथा यूक्रेन की सरकारों से बात करके कठिन परिस्थितियों में फंसे भारतीय नागरिकों को सुरक्षित स्वदेश लाने के लिए तत्काल हर संभव प्रयास करें.’’
क्या बोले विदेश मंत्री
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को कहा कि यूक्रेन से भारतीय नागरिकों को निकालने का कार्य प्रगति पर है और वे स्वयं इसकी निगरानी कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि रोमानिया से 219 भारतीयों के साथ मुंबई के लिए पहली उड़ान रवाना हो चुकी है. जयशंकर ने ट्वीट किया कि यूक्रेन से भारतीय नागरिकों को निकालने का कार्य प्रगति पर है तथा हमारी टीम 24 घंटे जमीन पर काम कर रही है.
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