Ukraine-Russia War: रूस की तरफ से लगातार खारकीव और यूक्रेन के दूसरे इलाकों में बमबारी की जा रही है. इस बीच, भारत स्थित रूस के राजदूत डेनिस अलीपोव ने कहा कि वह भी शांति चाहते हैं. राजदूत ने कहा कि हम लोग कोशिश कर रहे हैं कि जो भारतीय खारकीव में फंसे हुए हैं उनके लिए सिक्योर-पैसेज कैसे तैयार किया जाए रूस के जरिए. रूस के बॉर्डर से इन भारतीयों को निकाला जाए. हालांकि उन्होंने कहा कि अभी सिर्फ इस पर काम चल रहा है कि किस तरह से निकाला जाएगा कौन से बॉर्डर से रूस के निकाला जाएगा.


रूस के राजदूत ने कहा कि भारत भी अमेरिका के बारे में सही से जानता है कि आक्रमणकारी अमेरिका और उसके सहयोगी देश हैं, जो अपने खुद के नियम-कानून बनाते हैं. भारत भी यह अच्छे से जानता है इसीलिए भारत ने स्वतंत्र होकर रूस का साथ दिया है, न कि इसलिए कि भारत हथियारों के लिए रूस पर निर्भर है. रूसी राजदूत ने पश्चिमी मीडिया को रूस के खिलाफ झूठा प्रोपगेंडा चलाने का भी आरोप लगाया.






रूस के राजदूत ने कहा कि हमें नवीन की मौत पर दुख है, लेकिन उसकी मौत की कारणों की जांच होनी चाहिए. रूस के राजदूत ने कहा कि हम जो हमले कर रहे हैं वह सिर्फ और सिर्फ सैन्य ठिकानों पर कर रहे हैं. रिहायशी इलाकों पर और यूक्रेन के लोगों पर नहीं कर रहे हैं, सिवाय एक अटैक के, जो कल टीवी टावर पर किया गया था. उन्होंने कहा कि वह भी पहले से बता कर किया गया था.


रूस के राजदूत ने कहा कि रूस पर जो प्रतिबंध लगे हैं उसका कोई भी असर भारत के साथ ना तो एस-400 मिसाइल डील पर होगा और ना ही किसी और तरीके रक्षा सौदे पर साथी भारत के साथ रूस का व्यापार पहले की तरह ही चलता रहेगा. राजदूत ने कहा कि अभी हमें आक्रमणकारी घोषित किया जा रहा है हमें बताया जा रहा है कि हम युद्ध कर रहे हैं जबकि यूक्रेन में पिछले 8 साल से युद्ध चल रहा था डॉनबास इलाके में खास तौर से तब किसी ने ध्यान नहीं दिया.


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