चीन के साथ जारी तनाव के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की रूस यात्रा का आज तीसरा दिन है. वह द्वितीय विश्वयुद्ध में नाजी जर्मनी पर सोवियत विजय की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आज मॉस्को में आयोजित भव्य सैन्य परेड में शामिल होंगे. एलएसी पर जारी तनाव के बीच मॉस्को में दोनों देशों के रक्षा मंत्री एक साथ होंगे.
वहीं चीनी रक्षा मंत्री जनरल वेई फेंगही भी आज हो रहे समारोह में शिकरत करेंगे. वहीं दोनों देशों के सैनिक भी एक साथ रेड स्क्वेयर पर साथ कदमताल करते नजर आएंगे. राजनयिक सूत्रों के मुताबिक रूस के विक्ट्री डे परेड में समारोह में चीन के 105 सदस्यों वाले प्रतिनिधि मंडल का प्रतिनिधत्व रक्षा मंत्री फेंगही करेंगे. भारत ने मॉस्को में आज होने वाली परेड के लिए जहां तीनों सेनाओं के 75 सैनिकों का कंटिंजेंट भेजा है. इसकी अगुवाई एक कर्नल रैंक अधिकारी कर रहे हैं. वहीं भारतीय दल के अगुवा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह कर रहे हैं.
सोवियत युद्ध की स्मृति में आयोजित इस समारोह के लिए दुनिया के कई देशों के नेता और सैनिक दस्ते पहुंचे हैं. सीमा तनाव के बीच यह पहला अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम होगा जहां दोनों देशों के सैनिक साथ होंगे तो वहीं रक्षा मंत्री भी शरीक होंगे. द्वितीय विश्व युद्ध में विजय की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर, वीरता और बलिदानों का सम्मान करने के लिए रूस और अन्य मैत्रीपूर्ण लोगों द्वारा मास्को में एक सैन्य परेड आयोजित की जा रही है.
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रूसी संघ के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को विजय दिवस- 9 मई, 2020 के अवसर पर बधाई संदेश भेजा था. इस अवसर पर रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने भी अपने रूसी समकक्ष सर्गेई शोइगू को बधाई संदेश भेजा है. परेड में भाग लेना, रूस के लोगों के साथ एकजुटता दिखाने और श्रद्धांजलि देने का प्रतीक होगा जब वे महान देशभक्ति के युद्ध के अपने नायकों को याद करेंगे. सोमवार देर शाम मॉस्को पहुंचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 25 जून की देर शाम वापस लौटेंगे. परेड भारतीय समय के मुताबिक दोपहर 12.30 बजे शुरु होगी.