S Jaishankar: भीषण महंगाई के चलते पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में बीते कुछ दिनों से हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं. इस पर भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार (20 मई) को कहा कि "मुझे नहीं लगता कि लोग यह कह रहे हैं कि पीओके भारत का हिस्सा होगा. पीओके हमेशा से भारत का हिस्सा था. उन्होंने कहा कि पीओके, जिन कारणों से हम सभी जानते हैं, वर्तमान में पाकिस्तान के कब्जे में है. फिलहाल, हम पीओके में बहुत हलचल देख रहे हैं. 


एक कार्यक्रम के दौरान पीओके की स्थिति पर विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा कि एक कारण यह हो सकता है कि वे कश्मीर घाटी में प्रगति देख रहे हैं. वे कह रहे हैं कि उनका जीवन बेहतर हो रहा है, हो सकता है मैं क्यों पीछे रहूं. जम्मू-कश्मीर की तरक्की देखकर ही पीओके में बवाल मचा हुआ है. इसके साथ ही विदेश मंत्री ने कहा कि कृपया कश्मीर के लोगों को उन समस्याओं के लिए दोषी न ठहराएं, जो वे पिछले 80 सालों से झेल रहे हैं. यह वहां के नेतृत्व का एक छोटा सा वर्ग है जिसने समस्या पैदा की है. 


कश्मीर की तरक्की देख Pok में मचा है बवाल


विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आगे कहा कि एक बार आप कश्मीर में सामान्य स्थिति लाएं और उन्हें भारत में एकीकृत करें. अचानक अर्थव्यवस्था में तेजी आती है, पर्यटन में तेजी आती है, लोग स्कूल जाने लगते हैं, मेडिकल कॉलेज शुरू होते हैं, कारोबार फलने-फूलने शुरू हो जाते हैं, और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें होती हैं.


विदेश मंत्री ने कहा कि ये सब पहले भी हो सकता था, लेकिन लोगों का एक छोटा वर्ग इसे पीछे की ओर रखना चाहता था, क्योंकि उन्हें इससे लाभ मिल रहा था और वे अपने राजनीतिक विचारों का प्रचार कर रहे थे. एस जयशंकर ने कहा कि कश्मीर एक अच्छा उदाहरण है कि जब वहां सुशासन होता है तो क्या होता है. 


 






आने वाला समय कठिन हो सकता है


विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दुनिया में बदलती भू-राजनीति के कारण भारत की विदेश नीति में किसी भी संभावित बदलाव को लेकर अपनी बात कही. जयशंकर ने एक कार्यक्रम में कहा कि हम सभी को यह मानकर चलना चाहिए कि आने वाले साल बहुत कठिन होंगे. उन्होंने कहा किसी को उम्मीद नहीं थी कि यूक्रेन में युद्ध होगा...अब हम यूक्रेन के साथ युद्ध के तीसरे साल में चल रहा हैं जिसका कोई अंत नहीं दिख रहा है...


एस जयशंकर ने कहा कि किसी ने भी अक्टूबर में इज़राइल पर इस तरह के हमले की उम्मीद नहीं की थी या जब इजराइल ने जवाब दिया तो यह इतने लंबे समय तक चलेगा... लेकिन 6 महीने से ज्यादा का समय हो चुका है.


तो स्विच बंद करना मुश्किल होता है- विदेश मंत्री


विदेश मंत्री ने कहा कि युद्ध ऐसा होता है एक बार जब आप स्विच चालू करते हैं तो इसे बंद करना बहुत मुश्किल होता है. उन्होंने कहा कि भारत को अपने लिए और दुनिया के लिए शांति की जरूरत है. एस जयशंकर ने कहा कि भारत की कूटनीति के लिए पहली बात इंडिया फर्स्ट को तरजीह पहले है, हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि भारत सुरक्षित है, शांति है. इसके साथ ही हमारे देश के खिलाफ आतंकवादी हमले नहीं किए जाते हैं. अगर ऐसा हैं तो हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हमले को अंजाम देने वालों के लिए कड़ी सजा हो.


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