S Jaishankar Invokes Cricket Analogy: भारत के विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने शुक्रवार (3 मार्च)  को रायसीना डायलॉग 2023 में पीएम मोदी और भारत की अर्थव्यवस्था को लेकर ऐसी बात कही कि वहां मौजूद देशों के विदेश मंत्री उनकी हाजिर जवाबी के कायल हो गए. उन्होंने क्रिकेट के खेल से भारत की अर्थव्यवस्था की तुलना करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शानदार कैप्टन बताया.


दरअसल भू-राजनीतिक और भू-आर्थिक मुद्दों पर मंथन करने और समाधान के लिए साल 2016 में रायसीना डायलॉग शुरू हुआ था. विदेश मंत्रालय की तरफ से ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन इसका आयोजन करता है. इसमें दुनिया के कई देशों के पॉलिसी मेकर्स, राजनेता और पत्रकार, विदेश, रक्षा और वित्त मंत्री शिरकत करते हैं. पीएम मोदी ने 4 मार्च तक चलने वाले इस सम्मेलन का 2 मार्च की शाम उद्घाटन किया. चीफ गेस्ट इटली की प्रधानमंत्री जिर्योजियो मिलोनी रहीं. 


'पीएम मोदी की नेट प्रैक्टिस सुबह 6 बजे होती है शुरू'


रायसीना डायलॉग 2023 के दौरान जब विदेश मंत्री एस जयशंकर से सवाल किया गया कि अमेरिका के पूर्व विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने हाल ही में अपनी किताब में आपके लिए लिखा है कि आप "पेशेवर, तर्कसंगत और अपने बॉस और अपने देश का एक भयंकर रक्षक" हैं. आप क्रिकेट एनोलॉजी में यकीन करते हैं पीएम मोदी जैसे कैप्टन के साथ आप फील्ड में कैसे उतरेंगे, क्या आप बेहद आक्रामक गेम खेलेंगे, बैट्समैन पर निर्भर करेंगे या क्षेत्र रक्षण पर अपना ध्यान केंद्रित करेंगे. 


तो विदेश मंत्री ने बड़े ही रोचक अंदाज में इस सवाल का जवाब दिया. उन्होंने कहा कि मैं सोचता हूं कि कैप्टन मोदी ने बहुत नेट प्रैक्टिस की है. उनकी नेट  प्रैक्टिस सुबह 6 बजे से शुरू होती है और काफी देर तक चलती है. वो आपसे उम्मीद करते हैं कि आप विकेट लें अगर वो आपको ऐसा करने का मौका देते हैं तो.


मैं सोचता हूं अगर आपके पास एक खास बॉलर होता है तो आप उस पर भरोसा कर सकते हैं तो आप उन्हें छूट दे सकते हैं. आप उन पर एक खास हालात को डील करने के लिए यकीन कर सकते हैं. इस तरह से उन्होंने बताया कि पीएम मोदी भरोसेमंद लोगों को काम करने की आजादी देते हैं. 






इस तरह से मैं देखता हूं कि पीएम मोदी अपने बॉलर्स को कुछ हद तक आजादी देते हैं. वो आपसे उम्मीद करते हैं कि आप वो विकेट लें अगर वो आपको मौका देते हैं तो. लेकिन मैं ये भी कहूंगा कि वो मुश्किल फैसलों पर निगरानी रखते हैं. जैसे हम सब लोग बीते 2 साल की कोरोना महामारी को ही लें तो जैसा कि आप जानते है लॉकडाउन का फैसला बहुत मुश्किल फैसला था, लेकिन उस वक्त वो लिया जाना जरूरी था और अगर अब हम पीछे पलट कर देखें कि अगर वो फैसला नहीं लिया जाता तो क्या हो सकता था.


इससे पहले उन्होंने अपने विदेश सचिव होने के दौरान मुसीबत से निपटने के पीएम के हुनर की तारीफ को लेकर एक वाकया बताया. दरअसल तब अफगानिस्तान के मजार-ए-शरीफ में भारत के वाणिज्य दूतावास पर हमला हुआ था.


पीएम का अंदाज समझाने के लिए क्रिकेट का उदाहरण


जब विदेश मंत्री से ये पूछा गया कि यदि भारत ब्रिटेन से बड़ी अर्थव्यवस्था हो और क्रिकेट पर एकछत्र उसका राज हो तो?  विदेश मंत्री ने कहा, "मैं इसे पुनर्संतुलन कहूंगा. यह इतिहास का स्विच हिटिंग है ... भारत बहुत ही असामान्य स्थिति में है, एक बार फिर निर्णायक तौर से आगे की तरफ बढ़ते हुए  परिवर्तनशील है जो कि बहुत से अन्य सभ्यतागत देश करने की स्थिति में नहीं हैं." 


उन्होंने बढ़ते वैश्विक मुद्दों में दिलचस्पी को लेकर कहा, "ऐसा इसलिए है क्योंकि दुनिया इस वक्त मुश्किल जगह पर है, और अधिक लोग दुनिया में दिलचस्पी ले रहे हैं. दूसरी वजह भारत का वैश्वीकरण है. एक क्रिकेट टीम की तरह, हम केवल घर में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी मैच जीतना चाहते हैं."विदेश मंत्री एस जयशंकर ने क्रिकेट के नजरिए से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काम के तरीके को बेहतरीन तरीके से समझाया. पीएम की कार्यशैली की तारीफ की. 






इस दौरान उन्होंने निर्देशक राजमौली की फिल्म आरआरआर पर बात करते हुए भारत और ब्रिटेन के रिश्तों पर भी अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि ये बेहद पेचीदा रिश्ता है. उन्होंने कहा बीते साल भारत में सबसे अधिक मशहूर फिल्म आरआरआर रही थी. ये फिल्म भारत में ब्रिटिश राज को लेकर थी.


उन्होंने मजाक में कहा कि इसमें आप लोग अच्छे दिखाए गए थे. उन्होंने कहा जब आप इस तरह के जटिल इतिहास जीकर आते हैं तो उसके नुकसान भी होते हैं, उसमे संदेह होता है, न सुलझने वाली समस्याएं होती है. इसी वक्त कुछ समानताएं भी होती हैं. उन्होंने कहा कि क्रिकेट इसमें से एक कहा जा सकता है.


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