न्यूयॉर्क: कोरोना महामारी की शुरुआत होने के बाद से पहली बार नेताओं की उपस्थिति में संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक आयोजित हो रही है. यूएनजीए के 76वें सत्र से इतर केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को कोरिया, इटली, ऑस्ट्रेलिया के समकक्षों से मुलाकात की. इस दौरान अफगानिस्तान और हिंद-प्रशांत से जुड़े मुद्दों पर चर्चा हुई.
जयशंकर ने अपने दक्षिण कोरियाई समकक्ष चुंग यूई-योंग से मुलाकात की और द्विपक्षीय संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर व्यापक बातचीत की, जिसमें दक्षिणी नीति और भारत की एक्ट ईस्ट नीति शामिल है. जयशंकर ने ट्वीट किया, "कोरिया के विदेश मंत्री चुंग यूई-योंग से मिलकर खुशी हुई. हमारे संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर व्यापक बातचीत हुई. कोरिया की नई दक्षिणी नीति और भारत की एक्ट ईस्ट नीति ने हिंद-प्रशांत में हमारे अभिसरण को मजबूत किया है."
इटली और ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष से मुलाकात
अपने इटालियन समकक्ष लुइगी डि माओ के साथ बातचीत करते हुए जयशकंर ने वैक्सीन से संबंधित चुनौतियों पर चर्चा की. इटली के विदेश मंत्री लुइगी डि माओ वर्तमान G20 अध्यक्ष हैं. इसके अलावा जयशंकर ने अपने ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष मॉरिस पायने से भी मुलाकात की और इंडो-पैसिफिक में हाल के घटनाक्रम पर चर्चा की. उन्होंने अपने ट्वीट में कहा, 'हमारे क्वाड पार्टनर ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्री मॉरिस पायने से मिला. उनके साथ हमारी पिछली बैठक की रणनीतिक बातचीत को आगे बढ़ाया. हिंद-प्रशांत में हाल के घटनाक्रम पर चर्चा हुई.”
जयशंकर ने यूएनजीए से इतर संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में मिस्र के विदेश मंत्री समेह शौकरी से मुलाकात की. उन्होंने कहा, “मिस्र के विदेश मंत्री समेह शौकी से मिलकर अच्छा लगा. हमारे द्विपक्षीय सहयोग को आगे बढ़ाने पर सहमति जतायी. जीईआरडी मुद्दे और अफगानिस्तान पर चर्चा की.”
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