रूसी राष्ट्रपति पुतिन से मिले विदेश मंत्री एस जयशंकर, दिया पीएम मोदी का ये खास संदेश
S Jaishankar Meets Vladimir Putin: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रूस आने के लिए आमंत्रित किया है.
S Jaishankar Meets Vladimir Putin: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बुधवार (27 दिसंबर) को भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की. इस दौरान पुतिन को एस जयशंकर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लिखी हुई चिट्ठी सौपी है. उन्होंने पुतिन से कहा कि पीएम मोदी ने शुभकामनाएं दी है.
वहीं न्यूज एजेंसी पीटीआई ने सरकारी मीडिया के हवाले से बताया कि पुतिन ने पीएम मोदी को रूस आने के लिए आमंत्रित किया. एस जयशंकर ने आज ही रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के साथ बैठक की. इस दौरान दोनों ने अंतरराष्ट्रीय स्थिति और समसामयिक मुद्दों पर बात की. दरअसल, रूस की पांच दिवसीय यात्रा पर जयशंकर मॉस्को पहुंचे हैं.
President Vladimir Putin invites Prime Minister Narendra Modi to visit Russia: State media
— Press Trust of India (@PTI_News) December 27, 2023
क्या चर्चा हुई?
एस. जयशंकर ने रूस के अपने समकक्ष सर्गेई लावरोव के साथ सार्थक बैठक की. इस दौरान उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्थिति और समसामयिक मुद्दों पर बात की. जयशंकर ने लावरोव के साथ हिंद-प्रशांत क्षेत्र, यूक्रेन संघर्ष, गाजा स्थिति, अफगानिस्तान और मध्य एशिया, ब्रिक्स, शंघाई सहयोग संगठन, जी20 और संयुक्त राष्ट्र पर भी विचार-विमर्श किया.
जयशंकर ने एक्स पर पोस्ट किया, “रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के साथ एक व्यापक और उपयोगी बैठक हुई. रणनीतिक साझेदार के रूप में, अंतरराष्ट्रीय स्थिति और समसामयिक मुद्दों पर चर्चा की गई.'”
जयशंकर ने द्विपक्षीय आर्थिक सहयोग, ऊर्जा व्यापार, कनेक्टिविटी प्रयासों, सैन्य-तकनीकी सहयोग और दोनों देशों के लोगों के बीच संपर्क में हुई प्रगति का उल्लेख किया. उन्होंने कहा, '2024-28 की अवधि के लिए परामर्श प्रोटोकॉल पर हस्ताक्षर किए गए. भारत-रूस संबंध भू-राजनीतिक वास्तविकताओं, रणनीतिक भागीदारी और पारस्परिक लाभ को दर्शाते हैं.'
एस. जयशंकर और सर्गेई लावरोव ने क्या कहा?
जयशंकर ने वार्ता के बाद लावरोव के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन के दौरान एक सवाल का जवाब देते हुए कहा, 'हमारे लिए, रूस एक मूल्यवान साझेदार है, समय की कसौटी पर परखा हुआ साझेदार है. यह एक ऐसा रिश्ता है जिससे भारत और रूस दोनों को काफी फायदा हुआ है.'
लावरोव ने कहा कि भारत और रूस के बीच संबंध बहुत पुराने हैं और बहुत अच्छे हैं, साथ ही यह देखना सुखद है कि वे वर्तमान समय में लगातार आगे बढ़ रहे हैं.