S Jaishankar On India Canada Row: भारत और कनाडा विवाद पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक बार फिर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने दो टूक कहा है कि कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने जो आरोप लगाए हैं वो निराधार हैं. उन्होंने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) जेक सुलिवन और विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के साथ भारत-कनाडा राजनयिक विवाद पर चर्चा की. इस दौरान हमने अपनी चिंता से अवगत करा दिया. जयशंकर ने गुरुवार (28 सितंबर) को एंटनी ब्लिंकन और जेक सुलिवन से मुलाकात की थी.


विदेश मंत्री ने कहा, ''...आज मैं वास्तव में ऐसी स्थिति में हूं जहां मेरे राजनयिक कनाडा में दूतावास या वाणिज्य दूतावास जाने में असुरक्षित हैं. उन्हें सार्वजनिक रूप से डराया-धमकाया जाता है और इसने वास्तव में मुझे कनाडा में वीजा संचालन को भी अस्थायी रूप से निलंबित करने के लिए मजबूर किया है...''






विदेश मंत्री जयशंकर बोले, 'वह जो आरोप लगा रहे थे...'


वाशिंगटन डीसी में हडसन इंस्टीट्यूट में बात करते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भारत-कनाडा विवाद पर कहा, ''कनाडाई प्रधानमंत्री ने पहले निजी तौर पर और फिर सार्वजनिक रूप से कुछ आरोप लगाए और हमने उनको दोनों तरीकों निजी और सार्वजनिक रूप से प्रतिक्रिया दी. वह जो आरोप लगा रहे थे वो हमारी नीति के अनुरूप नहीं थे. अगर उनके, उनकी सरकार के पास कुछ प्रासंगिक और विशेष था जिसे वे चाहते थे कि हम देखें तो हम उस पर विचार करने के लिए तैयार थे. अब इस समय वो बातचीत यहीं है...''


'आतंकवादियों पर कनाडा का बहुत उदार रवैया'


जयशंकर ने कहा, ''कनाडा के साथ यह कई वर्षों से बड़ा विवाद का मुद्दा रहा है लेकिन पिछले कुछ वर्षों में यह बहुत प्रचलन में वापस आ गया है. इसकी वजह से हमें लगता है कि कनाडा का आतंकवादियों, चरमपंथी लोगों के प्रति एक बहुत ही उदार रवैया हैं जो खुले तौर पर हिंसा की वकालत करते हैं और कनाडा की राजनीति की मजबूरियों की वजह से उन्हें वहां ऑपरेटिंग स्पेस दिया गया है.''


क्या है भारत-कनाडा विवाद?


पिछले दिनों कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों की संभावित संलिप्तता का आरोप लगाया था. निज्जर की हत्या जून में कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया में गोली मारकर कर दी गई थी.


ट्रूडो ने बगैर सबूत पेश किए भारत पर आरोप लगाया था, जिस पर भारत ने करारा जवाब देते हुए उनके आरोपों को बेतुका करार दिया था. कनाडा और भारत ने एक-दूसरे के राजनयिकों को भी निष्कासित कर दिया था. तब से दोनों देशों के बीच स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है.


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