Israel-Hamas War: इजरायल के ऊपर 7 अक्टूबर को हमास के जरिए किया गया हमला आतंकी हरकत है, लेकिन फिर फिलिस्तीन का मुद्दा भी है, जिसका समाधान होना जरूरी है. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इटली की राजधानी रोम में आयोजित हुए 'सीनेट एक्सटर्नल अफेयर्स एंड डिफेंस कमीशन' के ज्वाइंट सेक्रेटरी सेशन में ये बातें कहीं. इजरायल और हमास के बीच 7 अक्टूबर से ही युद्ध चल रहा है, जिसमें अब तक हजारों फिलिस्तीनियों की मौत हुई है. 


जयशंकर ने कहा, '7 अक्टूबर को जो हुआ, वह एक बड़ी आतंकी हरकत है. लेकिन फिर उसके बाद जो हुआ, उसने पूरे क्षेत्र को एक अलग दिशा में ले जाने का काम किया है. मगर हर किसी की यही आशा होनी चाहिए कि क्षेत्र में इस संघर्ष को सामान्य नहीं बनने देना चाहिए.' उन्होंने कहा, 'इस क्षेत्र को स्थिरता और सहयोग की ओर लौटना चाहिए. इन सबके बीच हमें अलग-अलग मुद्दों पर संतुलन बनाना होगा. हम सभी आतंक को अस्वीकार्य मानते हैं और हम इसके खिलाफ खड़े हैं.'


फिलिस्तीन पर क्या बोले विदेश मंत्री? 


विदेश मंत्री ने कहा, 'लेकिन फिर फिलिस्तीन का भी मुद्दा है. फिलिस्तीनी लोगों के जरिए सामना किए जा रही परेशानियों का भी समाधान होना चाहिए. और हमारा मानना है कि इसका समाधान 'टू-स्टेट सॉल्यूशन' है. अगर आपको समाधान ढूंढना है, तो आपको इसे बातचीत और चर्चा के जरिए ढूंढना होगा. आप संघर्ष और आतंकवाद के जरिए कोई समाधान नहीं ढूंढ सकते हैं. तो हम उसका भी समर्थन करेंगे.'


उन्होंने कहा, 'मौजूदा हालात को देखते हुए हमारा मानना है कि अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का हर किसी को सम्मान करना चाहिए. इसलिए किसी भी जटिल हालात में संतुलन ठीक न रखना बुद्धिमानी नहीं है. यह एक बहुत ही कठिन और जटिल हालात से निपटने का एक बहुत ही जरूरी हिस्सा है.' बता दें कि भारत हमेशा से ही दो राष्ट्र सिद्धांत का समर्थक रहा है. 


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