S jaishnakar On Chaina And Pakistan: मोदी सरकार के 9 साल पूरे हो चुके हैं और मोदी कैबिनेट के मंत्री सरकार के 9 साल के कामों का लेखा जोखा सामने रख रहे हैं. इसी सिलसिले में गुरुवार (8 जून) को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें उन्होंने बताया कि मोदी सरकार ने बीते 9 साल में विदेश नीति में कई अहम आयाम तय किए हैं. विदेश मंत्री ने एबीपी न्यूज के चीन और पाकिस्तान को लेकर पूछे गए सवाल पर सरकार का रुख साफ किया. उन्होंने कहा कि पड़ोस हमारी प्राथमिकता है लेकिन कुछ चीजों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है.


पाकिस्तान के सिरदर्द पर एबीपी न्यूज ने सवाल किया तो जयशंकर ने कहा, पाकिस्तान के साथ चुनौती पुरानी है लेकिन पड़ोसी पहले नीति के चलते हम सीमा पार से आतंकवाद को बर्दाश्त कर उसे नजरअंदाज नहीं कर सकते. यह न देश के लोगों की भावना है और न मोदी सरकार की सोच है.


चीन को लेकर बोले डॉ. जयशंकर


चीन को लेकर डॉ. एस जयशंकर ने कहा, हमारी कोशिश रही है कि चीन के साथ संबंध अच्छे हों, लेकिन उसके लिए सीमा पर शांति और स्थायित्व होना जरूरी है. इसके बिना हम रिश्तों में आगे बढ़ने की अपेक्षा नहीं रख सकते हैं. हम चाहेंगे कि सीमा पर शांति हो और जो भी समझौते हुए हैं उनका सम्मान हो.


विदेश मंत्री ने कहा, दुनिया के बड़े प्रयासों में भारत की भूमिका बढ़ी है. चाहे सोलर अलायंस हो या फिर जलवायु परिवर्तन का मुद्दा या मिशन लाइफ, हमने क़ई प्रयास किए हैं, जिन पर वैश्विक सहमति है.


जब हम उत्तरी सीमा पर चीन के मुकाबले खड़े होते हैं तो एक स्पष्ट सन्देश जाता है कि हम बल प्रयोग, गलत नरेटिव के मुकाबले स्पष्ट रवैये और मजबूत नीति के साथ खड़े हैं.


संकट के समय भारत आगे- विदेश मंत्री


डॉ. जयशंकर ने कहा कि संकट के समय सबसे पहले हाथ बढाने वाले देश के तौर ओर भारत का कद बढ़ा है. वैक्सीन मैत्री ने भारत की अच्छी छवि बनाई है. आज भी दुनिया में लोग भावुक होकर उसके बारे में बात करते हैं. तुर्किये के भूकम्प में हमने मदद पहुंचाई. श्रीलंका के संकट में भी हमने समय रहते कदम उठाए और हालात को स्थिर करने में भूमिका अदा की.


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