राजनीति में होकर भी तमीज से बात करते हैं? दक्षिण कोरिया में पूछा गया सवाल तो विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने दिया ये जवाब
एस. जयशंकर ने कहा कि उन्हें ऐसा लगता है कि आप लोगों के साथ जैसा व्यवहार करते हैं, दूसरे भी उसके हिसाब से ही आपको ट्रीट करते हैं.
विदेश मंत्री एस. जयशंकर (S. Jaishankar) को अपने बयानों के लिए अक्सर वाह-वाही मिलती है. जब उनसे कोई सवाल पूछा जाता है तो वह तहजीब और बहुत स्मार्टली जवाब देते हैं. उनके इस स्टाइल को लोग काफी पसंद भी करते हैं. आम जनता ही नहीं अमिताभ बच्चन जैसे सुपरस्टार और दूसरे देशों के उनके समकक्षों से भी इसके लिए उन्हें तारीफ मिल चुकी है. इस बीच एक पत्रकार ने उनसे सवाल किया है कि राजनीति में रहते हुए भी वह इतनी तमीज से बात करते हैं, वह कभी गुस्से में जवाब नहीं देते तो वह ऐसा कैसे कर पाते हैं.
एस. जयशंकर अभी दक्षिण कोरिया के दौरे पर हैं. यहीं पर एक प्रेस वार्ता के दौरान सियोल में पत्रकार ने उनसे सवाल किया. एस. जयशंकर ने कहा कि आप लोगों के साथ जैसा व्यवहार करते हैं दूसरे भी आपके साथ उसी तरह करते हैं. उन्होंने कहा कि वह पहले एंबेसडर रह चुके हैं तो लोगों के साथ उनके जो तब रिश्ते थे वह आज भी हैं.
पत्रकार ने एसय जयशंकर से क्या पूछा?
पत्रकार ने उनसे सवाल किया, 'भारत में आजकल चुनाव हैं. पार्टियां एक-दूसरे पर कमेंट करती हैं. हम सोचते हैं कि खराब नहीं बोलेंगे, लेकिन कई बार ज्यादा खराब बयान निकल जाता है. ऐसे में जब आपका देश के अंदर या देश के बाहर इंटरव्यू होता है तो आप कभी गलत भाषा का इस्तेमाल नहीं करते, जो किसी का अपमान करे. जैसे आपने दक्षिण कोरिया की बात की तो आपने रिलेशन की बात की कि 1950 में ये हुआ था और आज भी ये हो रहा है तो आप हिस्ट्री और प्रजेंट को निचौड़कर बात करते हैं. या अपने देश को जिस तरह प्रेजेंट करते हैं या इंटरनल जो कमेंट होते हैं नेताओं के सबके तो आपने उन सब में खुद को कैसे बचाकर रखा है.'
क्या बोले एस. जयशंकर की हंसने लगे लोग
एस. जयशंकर ने कहा, 'आप राजनीति में हैं और 4-5 साल के बाद भी इतनी तमीज से बात करते हैं. ये आपका सवाल था, हां?' इस पर वहां मौजूद सभी लोग हंसने लगे. एस जयशंकर ने आगे कहा, 'मैंने ये देखा कि आप लोगों के साथ जैसा व्यवहार करते हैं वे आपको उसी तरह से ट्रीट करते हैं. राजीनित में बहुत लोग ऐसा करते हैं. अब उनमें से बहुत लोग होंगे, जो कहीं ना कहीं पहले जब मैं कूटनीति में था एंबेसडर था तब कोई दोस्त था, कोई गेस्ट था. हम सभी ऐसे अनुभवों से गुजरते हैं. आप राजनीति में आ गए तो ऐसा नहीं है कि वे रिश्ते टूट गए. वे रिश्ते रहते हैं आपके साथ तो मैं कहना चाहूंगा कि लोगों के साथ अच्छे से रहना वास्तव में एक स्मार्ट तरीका है.'
उन्होंने आगे कहा, 'मैं आपको दूसरी साइड भी दिखाता हूं. अगर आप लोगों के साथ रीजनेबल हो जाएं तो अगर आप थोड़ा भी अपसेट हो गए तो वह आपकी हर बात को बहुत सीरियसली लेने लगते हैं तो उसका भी बड़ा फायदा मिलता है. मेरी उम्र में लोगों के पास कुछ नया सीखने का कम ही मौका होता है तो मैं बहुत खुशकिस्मत हूं कि मेरे पास ऐसा मौका है.'
अमिताभ बच्चन ने की एस. जयशंकर की तारीफ
4 मार्च को एस. जयशंकर ने अपनी बुक 'वाय इंडिया मैटर्स' के दिल्ली में प्रमोशन के दौरान भारत को बिग बुली बताए जाने पर करारा जवाब दिया. उन्होंने कहा कि बिग बुली अपने पड़ोसी मुल्कों की परेशानी के समय 4.5 बिलियन डॉलर की मदद नहीं करते हैं. कोरोना महामारी में पड़ोसियों को वैक्सीन बिग बुली नहीं पहुंचाते हैं. उनके इस बयान को मालदीव से जोड़कर देखा गया क्योंकि इन दिनों दोनों देशों के बीच तनाव चल रहा है. भारत कई बार मालदीव की आर्थिक रूप से मदद कर चुका है. उनके इस बयान पर बिग बी ने उनका वीडियो शेयर करते हुए तारीफ की और कहा- वाह, सही कहा सर.
इससे पहले म्यूनिख सिक्योरिटी कॉन्फ्रेंस में एस. जयशंकर से पत्रकार ने रूस से तेल खरीदने को लेकर सवाल किया और पूछा कि क्या इससे अमेरिका के साथ भारत के रिश्तों पर असर नहीं पड़ेगा. इसके जवाब में विदेश मंत्री ने कहा, 'अगर मैं स्मार्ट हूं तो आपको मेरी प्रशंसा करनी चाहिए, आलोचना नहीं. मुझे नहीं लगता कि इससे अमेरिका को दिक्कत होगी.' उनके इस जवाब पर साथ बैठे अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन भी मुस्कुराने लगे. दो दिन पहले संयुक्त राष्ट्र में रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने भी रूस से तेल खरीदने पर एस. जयशंकर के जवाब की तारीफ की थी.